संवाददाता - मो0 आलम शेख फैजाबाद
फैजाबाद - बाराबंकी के बार्डर पर दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को सबसे पहले जिला चिकित्सालय फैजाबाद लाकर फिर मेडिकल कालेज लखनऊ के रिफर किया जाना उचित नही होता है। ऐसी व्यवस्था हो कि घायल व्यक्ति की गम्भीरता को देखते हुये घटना स्थल पर मौजूद पुलिस या राजस्व विभाग के अधिकारियों की संस्तुति पर उसे तुरन्त मेडिकल कालेज या ट्रांमासेन्टर में भेजा जाना चाहिए न कि पहले उसे जिला चिकित्सालय लायें तत्पश्चात् उसे रिफर करें। वर्तमान व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है। उक्त बातें मण्डलायुक्त मनोज मिश्र ने समीक्षा बैठक के दौरान कही।
समीक्षा बैठक में चिकित्सकों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। डीएम अमेठी योगेश कुमार ने बताया कि अमेठी में कोई डाक्टर नही रूकते जबकि उनके लिये कैम्पस में आवास निर्मित कराये जा चुके है तथा उपस्थिति सुनिश्चित करने लिये बायोमेट्रिक लगाई गयी है। इस पर कमिश्नर ने निर्देशित किया कि ऐसे डाक्टर जो संविदा पर है और शर्तों का अनुपालन नही कर रहे है उनकी सेवायें तत्काल रूप से समाप्त करने की कार्यवाही की जाये तथा ऐसे डाक्टर जो नियमित है और लम्बे समय से अनुपस्थित चल रहे है उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा जाये जिसकी प्रति मेरे पास भेजे मैं स्वयं मुख्य सचिव से वार्ता कर अग्रिम कार्यवाही के लिये आग्रह करूगां।
चिकित्सा विभाग के समीक्षा के दौरान आयुक्त महोदय ने बताया कि 22 प्रकार की जीवन रक्षक दवायें मण्डल के सभी जिला चिकित्सालय प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर उपलब्ध है तथा 62 प्रकार की अन्य दवायें भी उपलब्ध है। उन्होनें बताया कि 108 व 102 एम्बुलेन्स सेवा का संचालन समय से हो रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत फैजाबाद में 44 प्रतिशत, अम्बेडकरनगर में 41 प्रतिशत का व्यय किया गया है जो बहुत कम हैं। आशाओं को 93.67 प्रतिशत तथा लाभार्थी को 81 प्रतिशत का भुगतान किया जा चुका है, जननी सुरक्षा योजना के तहत आशाओं को मिलने वाली धनराशि का भुगतान की प्रगति काफी अच्छी है यदि इसी प्रकार अन्य योजनाओं का लाभ उन्हें मिले तो उनकी स्थिति अच्छी हो जायेगी। अम्बेडकरनगर में चिकित्सा विभाग के 34 सब सेन्टर बन चुके है, 8 निर्माणाधीन है जिसमें से अगले माह तक पूर्ण हो जायेगें।
फैजाबाद - बाराबंकी के बार्डर पर दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को सबसे पहले जिला चिकित्सालय फैजाबाद लाकर फिर मेडिकल कालेज लखनऊ के रिफर किया जाना उचित नही होता है। ऐसी व्यवस्था हो कि घायल व्यक्ति की गम्भीरता को देखते हुये घटना स्थल पर मौजूद पुलिस या राजस्व विभाग के अधिकारियों की संस्तुति पर उसे तुरन्त मेडिकल कालेज या ट्रांमासेन्टर में भेजा जाना चाहिए न कि पहले उसे जिला चिकित्सालय लायें तत्पश्चात् उसे रिफर करें। वर्तमान व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता है। उक्त बातें मण्डलायुक्त मनोज मिश्र ने समीक्षा बैठक के दौरान कही।
समीक्षा बैठक में चिकित्सकों की शत-प्रतिशत उपस्थित सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। डीएम अमेठी योगेश कुमार ने बताया कि अमेठी में कोई डाक्टर नही रूकते जबकि उनके लिये कैम्पस में आवास निर्मित कराये जा चुके है तथा उपस्थिति सुनिश्चित करने लिये बायोमेट्रिक लगाई गयी है। इस पर कमिश्नर ने निर्देशित किया कि ऐसे डाक्टर जो संविदा पर है और शर्तों का अनुपालन नही कर रहे है उनकी सेवायें तत्काल रूप से समाप्त करने की कार्यवाही की जाये तथा ऐसे डाक्टर जो नियमित है और लम्बे समय से अनुपस्थित चल रहे है उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा जाये जिसकी प्रति मेरे पास भेजे मैं स्वयं मुख्य सचिव से वार्ता कर अग्रिम कार्यवाही के लिये आग्रह करूगां।
चिकित्सा विभाग के समीक्षा के दौरान आयुक्त महोदय ने बताया कि 22 प्रकार की जीवन रक्षक दवायें मण्डल के सभी जिला चिकित्सालय प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर उपलब्ध है तथा 62 प्रकार की अन्य दवायें भी उपलब्ध है। उन्होनें बताया कि 108 व 102 एम्बुलेन्स सेवा का संचालन समय से हो रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत फैजाबाद में 44 प्रतिशत, अम्बेडकरनगर में 41 प्रतिशत का व्यय किया गया है जो बहुत कम हैं। आशाओं को 93.67 प्रतिशत तथा लाभार्थी को 81 प्रतिशत का भुगतान किया जा चुका है, जननी सुरक्षा योजना के तहत आशाओं को मिलने वाली धनराशि का भुगतान की प्रगति काफी अच्छी है यदि इसी प्रकार अन्य योजनाओं का लाभ उन्हें मिले तो उनकी स्थिति अच्छी हो जायेगी। अम्बेडकरनगर में चिकित्सा विभाग के 34 सब सेन्टर बन चुके है, 8 निर्माणाधीन है जिसमें से अगले माह तक पूर्ण हो जायेगें।
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