संवाददाता - मो0 आलम शेख फैजाबाद
प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार जहां एक तरफ सबका साथ सबका विकास का नारा बुलंद करती है और समाज के अन्तिम व्यक्ति तक को छत मुहैया कराने का वादा करती है। वही इस सरकार के मातहत आलाधिकारी गरीबों को आवास देना तो दूर उनके बने बनाये आशियाने को भी ढहाने में नही झिझकते ताजा मामला है फ़ैज़ाबाद के रानोपाली का जहां ग्राम समाज की जमीन पर वर्षों से रह रहे गरीब दलितों का आवास बिना किसी नोटिस के ढहा कर उन्हें बेघर कर इस ठिठुरती ठंढ में उनके नवनिहालों को खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर कर दिया।
अब हम आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है फैजाबाद जिले की सदर तहसील के रानोपाली ग्रामसभा का एक मजरा है पटवारी का पुरवा जहां कई वर्षों से गरीब दलित परिवार ग्राम समाज की जमीन पर घर बनाकर रहते आ रहे हैं। लेकिन ग्राम प्रधान की शह पर ग्राम सभा में एक सड़क के विवाद में जांच करने पहुंचे एसडीएम ने उन गरीबों का आवास आनन फानन में ढहा कर उन्हें बेघर कर दिया। पीड़ितों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने उनसे ₹50000 लेकर उन्हें वहां रहने की इजाजत दी।
लेकिन कुछ दिनों बाद और पैसों की मांग करने लगे पैसे ना देने पर एसडीएम के आदेश पर उन गरीबों का मकान ढहा दिया। पीड़ित रेखा का कहना है कि ग्राम प्रधान ने यहां रहने के लिए 50000 मांगें जिसे मायके से लाकर दिया तब जाकर रहने दिए लेकिन बाद में 1 लाख रुपये की मांग करने लगे और रूपया न देने पर एसडीएम के कहकर हमारा घर गिरवा दिया और हमें बेघर कर दिया।
वहीं पीड़ित फूलचंद, राजकरन, सीताराम सहित सभी पीड़ित प्रशासन और ग्राम प्रधान पर बिना पूर्व सूचना के मकान गिराने आरोप ग्राम प्रधान और तहसील प्रशासन पर लगा रहे है। हालांकि इस पूरे मामले पर कोई भी आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन SDM सदर नें फोन पर बताया कि यह लोग ग्राम समाज की जमीन पर अवैध रूप से मकान बनाकर रह रहे थे। इनको अपना मकान हटाने के लिए कहा गया है। लेकिन उन सभी को बेघर कर दिया गया है ।
प्रदेश और केंद्र की भाजपा सरकार जहां एक तरफ सबका साथ सबका विकास का नारा बुलंद करती है और समाज के अन्तिम व्यक्ति तक को छत मुहैया कराने का वादा करती है। वही इस सरकार के मातहत आलाधिकारी गरीबों को आवास देना तो दूर उनके बने बनाये आशियाने को भी ढहाने में नही झिझकते ताजा मामला है फ़ैज़ाबाद के रानोपाली का जहां ग्राम समाज की जमीन पर वर्षों से रह रहे गरीब दलितों का आवास बिना किसी नोटिस के ढहा कर उन्हें बेघर कर इस ठिठुरती ठंढ में उनके नवनिहालों को खुले आसमान के नीचे रहने पर मजबूर कर दिया।
अब हम आपको बताते हैं पूरा मामला क्या है फैजाबाद जिले की सदर तहसील के रानोपाली ग्रामसभा का एक मजरा है पटवारी का पुरवा जहां कई वर्षों से गरीब दलित परिवार ग्राम समाज की जमीन पर घर बनाकर रहते आ रहे हैं। लेकिन ग्राम प्रधान की शह पर ग्राम सभा में एक सड़क के विवाद में जांच करने पहुंचे एसडीएम ने उन गरीबों का आवास आनन फानन में ढहा कर उन्हें बेघर कर दिया। पीड़ितों का आरोप है कि ग्राम प्रधान ने उनसे ₹50000 लेकर उन्हें वहां रहने की इजाजत दी।
लेकिन कुछ दिनों बाद और पैसों की मांग करने लगे पैसे ना देने पर एसडीएम के आदेश पर उन गरीबों का मकान ढहा दिया। पीड़ित रेखा का कहना है कि ग्राम प्रधान ने यहां रहने के लिए 50000 मांगें जिसे मायके से लाकर दिया तब जाकर रहने दिए लेकिन बाद में 1 लाख रुपये की मांग करने लगे और रूपया न देने पर एसडीएम के कहकर हमारा घर गिरवा दिया और हमें बेघर कर दिया।
वहीं पीड़ित फूलचंद, राजकरन, सीताराम सहित सभी पीड़ित प्रशासन और ग्राम प्रधान पर बिना पूर्व सूचना के मकान गिराने आरोप ग्राम प्रधान और तहसील प्रशासन पर लगा रहे है। हालांकि इस पूरे मामले पर कोई भी आलाधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। लेकिन SDM सदर नें फोन पर बताया कि यह लोग ग्राम समाज की जमीन पर अवैध रूप से मकान बनाकर रह रहे थे। इनको अपना मकान हटाने के लिए कहा गया है। लेकिन उन सभी को बेघर कर दिया गया है ।
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