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Tuesday, December 3, 2019

अब स्वाइन फ्लू व एड्स की जांच इंदौर में ही हो सकेगी, पौने 6 करोड़ की लागत से नवनिर्मित वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब का लोकार्पण

 

इंदौर। अब स्वाइन फ्लू व एड्स की जांच इंदौर में ही हो सकेगी। सोमवार को करीब पौने 6 करोड़ की लागत से नवनिर्मित वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब का लोकार्पण किया गया।

इंदौर के महात्मा गांधी स्मृति मेडिकल कॉलेज में लगभग पौने 6 करोड़ रुपए की लागत से नवनिर्मित वायरल रिसर्च डायग्नोस्टिक लैब, वायरल लोड लैब और सुसज्जित ऑडिटोरियम का लोकार्पण चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने किया।

इस अवसर पर संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी, मेडिकल कॉलेज इंदौर की डीन डॉ. ज्योति बिंदल, एमवाय अस्पताल के अधीक्षक डॉ. ए.डी. भटनागर आदि उपस्थित थे।

इन लैब्स की स्थापना से इंदौर में ही अब स्वाइन फ्लू और अन्य वायरल बीमारियों तथा एचआईवी (एड्स) की जांच हो सकेगी। पहले इन जाँचों के लिये सेम्पल बाहर भेजना पड़ते थे। डॉ.‍ विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि इस तरह की लैब प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों में स्थापित की जायेगी।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ साधौ ने आगे कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार में प्रदेश में कोई कोर-कसर नहीं रखी जाएगी। हर व्यक्ति तक स्वास्थ्य सुविधाएं एवं स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाना हमारा प्राथमिक दायित्व है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार तेजी से हो रहा है।

मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में तेजी से विकास के काम शुरू किए गए हैं। इंदौर के मेडिकल कॉलेज एवं एमवाय अस्पताल की प्रदेश ही नहीं देश में विशेष पहचान है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अंगदान के क्षेत्र में भी उत्कृष्ट कार्य किए जा रहे हैं।

अंगदान के लिए बने एक्ट को फरवरी 2019 के बाद नए स्वरूप में लागू किया जा रहा है। इस एक्ट के क्रियान्वयन से प्रदेश में बड़ी उपलब्धि प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि अब प्रदेश के हर मेडिकल कॉलेज में वायरोलॉजी लैब स्थापित की जाएगी। भोपाल के बाद इंदौर के मेडिकल कॉलेज में यह लैब स्थापित हो गई है।

प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी शीघ्र ही इस तरह की लैब स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इंदौर के मेडिकल कॉलेज में स्नातक एवं स्नातकोत्तर की सीटें दोगुना करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संभागायुक्त आकाश त्रिपाठी ने कहा कि इंदौर के मेडिकल कॉलेज एवं एमवाय हॉस्पिटल प्रदेश के शासकीय क्षेत्र के बड़े संस्थान हैं। इन संस्थानों का लाभ बड़ी संख्या में लोगों को मिल रहा है। उन्होंने इनके विकास के लिये किये जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कि यह प्रदेश ही नहीं देश का उत्कृष्ट संस्थानों में शामिल हो। यहां मार्च-2020 तक सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पीटल का निर्माण पूरा हो जायेगा। उन्होंने कहा कि एमवाय में स्थित मेटरनिटी वार्ड को एमटीएच में 280 बिस्तरों का बनाया जा रहा है। एमवाय अस्पताल में नयी बर्न यूनिट का काम तेजी से जारी है। इस अस्पताल में नई ड्रेनेज लाइन डाली जा रही है। अंगदान के क्षेत्र में भी यहां बेहतर काम हुआ है। बोनमेरो ट्रांसप्लांट यूनिट में 50 बोनमेरो ट्रांसप्लांट हर वर्ष करने का लक्ष्य तय किया गया है। कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ.ज्योति बिंदल ने स्वागत भाषण दिया।

 

रिपोर्ट कंवलजीत सिंह सैनी ibn24x7news इंदौर

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