रिपोर्ट शिव विशाल पाण्डेय IBN24x7 News
इलाहाबाद : महाराष्ट्र की ज्योति शंकर ने संगमनगरी इलाहाबाद में आज आयोजित अखिल भारतीय इंदिरा गांधी मैराथन में नया मुकाम हासिल किया। ज्योति ने इस मैराथन के 33वें संस्करण में विजेता होने का गौरव हासिल करने के साथ ही इसको पांच बार जीतने का मुकाम बनाया।
स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की स्मृति में आयोजित की जाने वाली इस मैराथन को आनंद भवन के सामने से अंतरराष्ट्रीय एथलीट तथा हैमर थ्रो में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने वाले प्रमोद कुमार तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कुल 42 किलोमीटर की इस दौड़ को पुरुष वर्ग में सेना के रसपाल सिंह ने जीता। पुरुष वर्ग में पहले तीनों स्थान पर सेना के जवान ही रहे। हल्की बदली के बीच एथलीटों को आज इलाहाबाद का मौसम बेहद रास आया।
आनंद भवन से शुरु होकर शहर के विभिन्न मार्ग से होकर मदम मोहन मालवीय स्टेडियम पर सम्पन्न 33वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन में पुरुष व महिला वर्ग के विजेता ने दो-दो लाख रुपए की ईनामी राशि अपने नाम की। इसके साथ ही विभिन्न आयु वर्ग के धावकों के लिए क्रास कंट्री दौड़ भी आयोजित की गई। 15 वर्ष से कम आयु के बालक-बालिकाओं की क्रास कंट्री दौड़ चार किलोमीटर की थी। यह क्रास कंट्री दौड़ एमएनएनआईटी पर पूरी हुई।
इंदिरा मैराथन के महिला वर्ग में गत वर्ष की विजेता महाराष्ट्र की ज्योति शंकर ने बाजी अपने नाम की। ज्योति पांचवी बार चैंपियन बनीं हैं। हाथरस की अनीता चौधरी दूसरे और वाराणसी की रानी यादव तीसरे स्थान पर रहीं। पुरुष वर्ग में सेना के रसपाल सिंह पहले स्थान पर रहे। सेना के ही अनिल द्वितीय और आनंद सिंह तीसरे स्थान पर रहे। दूसरे स्थान पर रहने वाले अनिल इलाहाबाद के हनुमान गंज के सुतनीपुर का है। इलाहाबाद में 111 कुमायू रेंजीमेंट में तैनात हैं।
इंदिरा मैराथन में सेना, अद्र्ध सेना, रेलवे, सर्विसेज और अन्य धावक शामिल हुए। मैराथन दौड़ में सभी की निगाहें गत वर्ष के चैंपियन हैदराबाद आर्मी के सनवरू यादव पर थीं, लेकिन उन्होंने निराश किया।
महिला वर्ग में महाराष्ट्र की ज्योति शंकर राव ने चहेतों को जरा भी निराश नहीं किया। इंदिरा मैराथन के विजेता को दो-दो लाख, दूसरे स्थान पर आने वाले को एक-एक लाख तथा तृतीय स्थान पाने वाले एथलीटों को 75-75 हजार रुपए मिले।
म्योहाल चौराहा पर धावकों का हंगामा :
आठ किमी. क्रास कंट्री (इंदिरा मैराथन के तहत) दौड़ में धांधली का आरोप लगाते हुए धावकों ने सिविललाइंस में म्योहाल चौराहा पर हंगामा किया। धावकों ने बसों को रोककर रास्ता भी जाम किया। अफसरों के मनाने पर करीब आधे घंटे बाद मामला शांत हुआ।
इलाहाबाद : महाराष्ट्र की ज्योति शंकर ने संगमनगरी इलाहाबाद में आज आयोजित अखिल भारतीय इंदिरा गांधी मैराथन में नया मुकाम हासिल किया। ज्योति ने इस मैराथन के 33वें संस्करण में विजेता होने का गौरव हासिल करने के साथ ही इसको पांच बार जीतने का मुकाम बनाया।
स्वर्गीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की स्मृति में आयोजित की जाने वाली इस मैराथन को आनंद भवन के सामने से अंतरराष्ट्रीय एथलीट तथा हैमर थ्रो में राष्ट्रीय रिकार्ड बनाने वाले प्रमोद कुमार तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कुल 42 किलोमीटर की इस दौड़ को पुरुष वर्ग में सेना के रसपाल सिंह ने जीता। पुरुष वर्ग में पहले तीनों स्थान पर सेना के जवान ही रहे। हल्की बदली के बीच एथलीटों को आज इलाहाबाद का मौसम बेहद रास आया।
आनंद भवन से शुरु होकर शहर के विभिन्न मार्ग से होकर मदम मोहन मालवीय स्टेडियम पर सम्पन्न 33वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन में पुरुष व महिला वर्ग के विजेता ने दो-दो लाख रुपए की ईनामी राशि अपने नाम की। इसके साथ ही विभिन्न आयु वर्ग के धावकों के लिए क्रास कंट्री दौड़ भी आयोजित की गई। 15 वर्ष से कम आयु के बालक-बालिकाओं की क्रास कंट्री दौड़ चार किलोमीटर की थी। यह क्रास कंट्री दौड़ एमएनएनआईटी पर पूरी हुई।
इंदिरा मैराथन के महिला वर्ग में गत वर्ष की विजेता महाराष्ट्र की ज्योति शंकर ने बाजी अपने नाम की। ज्योति पांचवी बार चैंपियन बनीं हैं। हाथरस की अनीता चौधरी दूसरे और वाराणसी की रानी यादव तीसरे स्थान पर रहीं। पुरुष वर्ग में सेना के रसपाल सिंह पहले स्थान पर रहे। सेना के ही अनिल द्वितीय और आनंद सिंह तीसरे स्थान पर रहे। दूसरे स्थान पर रहने वाले अनिल इलाहाबाद के हनुमान गंज के सुतनीपुर का है। इलाहाबाद में 111 कुमायू रेंजीमेंट में तैनात हैं।
इंदिरा मैराथन में सेना, अद्र्ध सेना, रेलवे, सर्विसेज और अन्य धावक शामिल हुए। मैराथन दौड़ में सभी की निगाहें गत वर्ष के चैंपियन हैदराबाद आर्मी के सनवरू यादव पर थीं, लेकिन उन्होंने निराश किया।
महिला वर्ग में महाराष्ट्र की ज्योति शंकर राव ने चहेतों को जरा भी निराश नहीं किया। इंदिरा मैराथन के विजेता को दो-दो लाख, दूसरे स्थान पर आने वाले को एक-एक लाख तथा तृतीय स्थान पाने वाले एथलीटों को 75-75 हजार रुपए मिले।
म्योहाल चौराहा पर धावकों का हंगामा :
आठ किमी. क्रास कंट्री (इंदिरा मैराथन के तहत) दौड़ में धांधली का आरोप लगाते हुए धावकों ने सिविललाइंस में म्योहाल चौराहा पर हंगामा किया। धावकों ने बसों को रोककर रास्ता भी जाम किया। अफसरों के मनाने पर करीब आधे घंटे बाद मामला शांत हुआ।
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