रिपोर्ट शिव विशाल पाण्डेय IBN24x7 News
इलाहाबाद : शहर में वायु प्रदूषण कम करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसी के तहत इलाहाबाद में ई-बसें चलाने का फैसला लिया गया है। पहले चरण में ई-बसें (बैट्री चालित) व्यस्त रूटों पर चलेंगी। इसके बाद शहर के 30 रूटों पर दौड़ रहीं सिटी ट्रांसपोर्ट की बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। अगले महीने इन बसों का ट्रायल होगा और मार्च-2018 में संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
परिवहन विभाग के अफसरों ने बताया कि शहर में वाहनो की संख्या बढ़ने से ध्वनि और वायु दोनों ही प्रदूषण बढ़ रहा है। इस समस्या के मद्देनजर ई-बसें चलाने का फैसला हुआ है। इलाहाबाद के साथ् ही कानपुर, आगरा, वाराणसी और लखनऊ में भी इन्हें चलाने की योजना है। केंद्र सरकार ने राज्य को अनुदान देकर ई-बसें चलाने का फैसला किया है। इसके तहत केंद्र ने 109 करोड़ रुपये की राशि भी अवमुक्त कर दी है।
रोडवेज के सेवा प्रबंधक की जिम्मेदारी :
सिटी ट्रांसपोर्ट के नोडल अफसर का काम संभाल रहे रोडवेज के सेवा प्रबंधक आरएन वर्मा इलेक्ट्रिक बसों की भी जिम्मेदारी उठाएंगे। उनके अनुसार सिटी ट्रांसपोर्ट के लिए इलाहाबाद में छोटे-बड़े 30 रूटों पर 127 बसें चल रहीं हैं। इलेक्ट्रिक बसों की उपलब्धता के आधार पर डीजल से चलने वाली जेएनएनयूआरएम वाली पुरानी बसों की संख्या कम की जाएगी। शहर को मिलने वाली ई बसों की संख्या के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
इलाहाबाद : शहर में वायु प्रदूषण कम करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसी के तहत इलाहाबाद में ई-बसें चलाने का फैसला लिया गया है। पहले चरण में ई-बसें (बैट्री चालित) व्यस्त रूटों पर चलेंगी। इसके बाद शहर के 30 रूटों पर दौड़ रहीं सिटी ट्रांसपोर्ट की बसों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाएगा। अगले महीने इन बसों का ट्रायल होगा और मार्च-2018 में संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
परिवहन विभाग के अफसरों ने बताया कि शहर में वाहनो की संख्या बढ़ने से ध्वनि और वायु दोनों ही प्रदूषण बढ़ रहा है। इस समस्या के मद्देनजर ई-बसें चलाने का फैसला हुआ है। इलाहाबाद के साथ् ही कानपुर, आगरा, वाराणसी और लखनऊ में भी इन्हें चलाने की योजना है। केंद्र सरकार ने राज्य को अनुदान देकर ई-बसें चलाने का फैसला किया है। इसके तहत केंद्र ने 109 करोड़ रुपये की राशि भी अवमुक्त कर दी है।
रोडवेज के सेवा प्रबंधक की जिम्मेदारी :
सिटी ट्रांसपोर्ट के नोडल अफसर का काम संभाल रहे रोडवेज के सेवा प्रबंधक आरएन वर्मा इलेक्ट्रिक बसों की भी जिम्मेदारी उठाएंगे। उनके अनुसार सिटी ट्रांसपोर्ट के लिए इलाहाबाद में छोटे-बड़े 30 रूटों पर 127 बसें चल रहीं हैं। इलेक्ट्रिक बसों की उपलब्धता के आधार पर डीजल से चलने वाली जेएनएनयूआरएम वाली पुरानी बसों की संख्या कम की जाएगी। शहर को मिलने वाली ई बसों की संख्या के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं है।
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