तीरथ पनिका
Ibn24x7 News
ब्यूरो चीफ मध्यप्रदेश
मध्यप्रदेश,अनूपपूर - एक ओर प्रदेश शासन द्वारा अनेको योजनाओ का संचालन कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने तथा ६ से १४ वर्ष तक के बच्चो को नि:शुल्क शिक्षा के साथ ही अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान है। लेकिन जिले के पतेरा टोला विद्यालय में अध्ययनरत दो बैगा छात्राओ से प्राचार्य द्वारा जातिगत दुव्र्यहार करने एवं उन्हे पढाने से इंकार किए जाने के साथ ही दोनो बच्चियो के पिता ने शिक्षा देने पर प्राचार्य व शिक्षक पर भेदभाव किए जाने का आरोप लगाते हुए जनसुनवाई में पहुंच एसडीएम अनूपपुर से शिकायत की गई।
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पतेरा टोला (छिल्पा) में अध्ययनरत छात्रा सुधा बैगा कक्षा ७ वीं एवं साधना बैगा कक्षा ४ के साथ प्रधानाध्यापक महेश साहू द्वारा जातिगत दुव्र्यवहार करने एवं उन्हे पढाने से इंकार किए जाने की लिखित शिकायत जनसुनवाई के माध्यम से दोनो बच्चियो के पिता ननकू बैगा पिता सम्हारू बैगा निवासी ग्राम छिल्पा ने १७ अक्टूबर मंगलवार को संयुक्त कलेक्ट्रेट पहुंच एसडीएम प्रवीण सिंह फुलपगारे से की गई साथ ही दोनो आदिवासी बच्चियो ने विद्यालय के शिक्षक शंकर दयाल गुप्ता द्वारा हमें टीसी काटकर अन्य स्कूल में नाम लिखवाने की बात बार-बार कही जा रही है।
पुरानी रंजिश के कारण कर रहे घृणा
ननकू बैगा ने अपने दोनो बच्चियो के साथ संयुक्त कलेक्ट्रेट पहुंच लिखित शिकायत कर बताया कि वह बैगा आदिवासी वर्ग का है जो मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। वहीं मेरे ही मोहल्ले का ही निवासी महेश साहू मोहल्ले में ही संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थ है। उनके खिलाफ मै लखनलाल द्विवेदी उर्फ नान निवासी बम्हनी की कोतवाली अनूपपुर में की गई रिपोर्ट पर ४ माह पूर्व अपना बयान करवाया था। उक्त बयान को बदलने के लिए महेश साहू के प्रस्ताव को मेरे द्वारा ठुकराए जाने पर वह मुझसे व मेरी दोनो बच्चियो से रंजिश रखता है एवं घृणा करता है।
शिक्षा के मंदिर मे जातिगत दुव्र्यवहार
ननकू बैगा ने बताया कि ९ अक्टूबर को प्रतिदिन की तरह मेरी दोनो पुत्रियां सुधा बैगा कक्षा ७ वीं तथा साधना बैगा कक्षा ४ विद्यालय पतेराटोला गई हुई थी। जहां महेश साहू प्रधानाध्यापक ने मेरी दोनो पुत्रियो से मेरे द्वारा दी गई गवाही पर उनका नाम काटे जाने तथा पढाने से इंकार किए जाने की बात कही, साथ ही भरिया व कुलनिया जैसे शब्दो का प्रयोग कर अपमानित किया गया। इसके साथ ही पढ लिख कर कौन सा कलेक्टर व मजिस्ट्रेट बनोगे तुम लोगो का जन्म मिट्टी खोदने के लिए हुआ है कहा गया।
कार्यवाही की कि मांग
अपनी दोनो बच्चियो के साथ पहुंचे पिता ने शासकीय सेवक के बाद भी महेश साहू एवं शिक्षक शंकर दयाल गुप्ता द्वारा आदिवासी बच्चियो के साथ शिक्षा देने में भेदभाव किए जाने के साथ ही बच्चियो के साथ विद्यालय में दुव्र्यवहार किए जाने तथा पढ़ाने से इंकार करने पर उचित कार्यवाही करते हुए दोनो बच्चियो को पतेराटोला स्कूल में ही पढ़ाई सुनिश्चित किए जाने की मांग की है।
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मध्यप्रदेश,अनूपपूर - एक ओर प्रदेश शासन द्वारा अनेको योजनाओ का संचालन कर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने तथा ६ से १४ वर्ष तक के बच्चो को नि:शुल्क शिक्षा के साथ ही अनिवार्य शिक्षा का प्रावधान है। लेकिन जिले के पतेरा टोला विद्यालय में अध्ययनरत दो बैगा छात्राओ से प्राचार्य द्वारा जातिगत दुव्र्यहार करने एवं उन्हे पढाने से इंकार किए जाने के साथ ही दोनो बच्चियो के पिता ने शिक्षा देने पर प्राचार्य व शिक्षक पर भेदभाव किए जाने का आरोप लगाते हुए जनसुनवाई में पहुंच एसडीएम अनूपपुर से शिकायत की गई।
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पतेरा टोला (छिल्पा) में अध्ययनरत छात्रा सुधा बैगा कक्षा ७ वीं एवं साधना बैगा कक्षा ४ के साथ प्रधानाध्यापक महेश साहू द्वारा जातिगत दुव्र्यवहार करने एवं उन्हे पढाने से इंकार किए जाने की लिखित शिकायत जनसुनवाई के माध्यम से दोनो बच्चियो के पिता ननकू बैगा पिता सम्हारू बैगा निवासी ग्राम छिल्पा ने १७ अक्टूबर मंगलवार को संयुक्त कलेक्ट्रेट पहुंच एसडीएम प्रवीण सिंह फुलपगारे से की गई साथ ही दोनो आदिवासी बच्चियो ने विद्यालय के शिक्षक शंकर दयाल गुप्ता द्वारा हमें टीसी काटकर अन्य स्कूल में नाम लिखवाने की बात बार-बार कही जा रही है।
पुरानी रंजिश के कारण कर रहे घृणा
ननकू बैगा ने अपने दोनो बच्चियो के साथ संयुक्त कलेक्ट्रेट पहुंच लिखित शिकायत कर बताया कि वह बैगा आदिवासी वर्ग का है जो मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करता है। वहीं मेरे ही मोहल्ले का ही निवासी महेश साहू मोहल्ले में ही संचालित शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला में प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थ है। उनके खिलाफ मै लखनलाल द्विवेदी उर्फ नान निवासी बम्हनी की कोतवाली अनूपपुर में की गई रिपोर्ट पर ४ माह पूर्व अपना बयान करवाया था। उक्त बयान को बदलने के लिए महेश साहू के प्रस्ताव को मेरे द्वारा ठुकराए जाने पर वह मुझसे व मेरी दोनो बच्चियो से रंजिश रखता है एवं घृणा करता है।
शिक्षा के मंदिर मे जातिगत दुव्र्यवहार
ननकू बैगा ने बताया कि ९ अक्टूबर को प्रतिदिन की तरह मेरी दोनो पुत्रियां सुधा बैगा कक्षा ७ वीं तथा साधना बैगा कक्षा ४ विद्यालय पतेराटोला गई हुई थी। जहां महेश साहू प्रधानाध्यापक ने मेरी दोनो पुत्रियो से मेरे द्वारा दी गई गवाही पर उनका नाम काटे जाने तथा पढाने से इंकार किए जाने की बात कही, साथ ही भरिया व कुलनिया जैसे शब्दो का प्रयोग कर अपमानित किया गया। इसके साथ ही पढ लिख कर कौन सा कलेक्टर व मजिस्ट्रेट बनोगे तुम लोगो का जन्म मिट्टी खोदने के लिए हुआ है कहा गया।
कार्यवाही की कि मांग
अपनी दोनो बच्चियो के साथ पहुंचे पिता ने शासकीय सेवक के बाद भी महेश साहू एवं शिक्षक शंकर दयाल गुप्ता द्वारा आदिवासी बच्चियो के साथ शिक्षा देने में भेदभाव किए जाने के साथ ही बच्चियो के साथ विद्यालय में दुव्र्यवहार किए जाने तथा पढ़ाने से इंकार करने पर उचित कार्यवाही करते हुए दोनो बच्चियो को पतेराटोला स्कूल में ही पढ़ाई सुनिश्चित किए जाने की मांग की है।

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