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Tuesday, October 31, 2017

कायस्थ कुलभूषण स्मृतिशेष डाँ गुरुदीन लाल श्रीवास्तव स्मृति प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन

रिपोर्ट - विमल कुमार दूबे ibn24x7news सुल्तानपुर

कादीपुर, सुलतानपुर - स्थानीय तहसील क्षेत्र के रानीपुर कायस्थ गांव स्थित भगवान चित्रगुप्त मंदिर परिसर में विगत वर्षों की भाति इस वर्ष भी भगवान चित्रगुप्त प्रकटोत्सव सामूहिक कलम पूजन के साथ साथ कायस्थ कुलभूषण स्मृतिशेष डाँ गुरुदीन लाल श्रीवास्तव स्मृति प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के कायस्थों के साथ साथ सभी सम्मानित जनों का भी जमवाड़ा पूरे दिन लगा रहा ।कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्र के प्रसिद्ध अघोर पीठ बाबा सत्यनाथ मठ के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चंडेश्वर कपाली बाबा ने किया तो वही इस समारोह मे गाजियाबाद से आये चित्रगुप्त मिशन ट्रस्ट व भारतीय हिन्द फौज के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीव सक्सेना बतौर मुख्यातिथि मौजूद रहे।

प्रातः 8:00 बजे से भगवान चित्रगुप्त का पूजन हवन के साथ समारोह मेआयोजित राष्ट्र के विकास में कायस्थों की भूमिका विषयक संगोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि संजीव सक्सेना ने कहा कि राष्ट्र के विकास में कायस्थों का योगदान भुलाया नहीं जा सकता ।आज से ही नहीं आदिकाल से इस पूरे राष्ट्र में कायस्थो ने राष्ट्र के विकास में अपनी
महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।अध्यात्म के क्षेत्र में हिंदू धर्म की विजय पताका को पूरे विश्व में फहराने का जो कार्य किया है वह हमारे पूज्य विवेकानंद जी रहे। तो वही राजनीतिक क्षेत्र के साथ साथ स्वतंत्रता संग्राम के साक्षी रहे नेताजी सुभाष चंद्र बोस, डॉ राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री जैसे योद्धाओं ने स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभा कर भारत माता को पराधीनता से मुक्त कराया है।साहित्य के क्षेत्र में चाहे मुंशी प्रेमचंद हो या महादेवी वर्मा ,हरिवंश राय बच्चन गोपाल दास नीरज जैसे साहित्यकारों ने अपने साहित्य के माध्यम से पूरे देश को एक दिशा देने का कार्य किया है ।

आज भी इस वर्तमान परिदृश्य में हम सभी कायस्थों को एकता के सूत्र में बंध कर राष्ट्र के विकास में अपना योगदान और अपना आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए यही समय की मांग है।कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रुप में संत तुलसीदास पीजी कालेज के भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ इंदु शेखर उपाध्याय ने कायस्थों के इतिहास का विस्तृत विवेचन करते हुए बताया कि कायस्थ वंश के अनेक विभूतियों ने देश को ही नहीं पूरे विश्व को दिशा देने का कार्य किया है और आज भी कायस्थों की भूमिका को समाज बनाने की दिशा मे कर रहे प्रयासों को नकारा नहीं जा सकता ।अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अघोर पीठ बाबा सत्यनाथ मठ के पीठाधीश्वर अवधूत उग्र चंडेश्वर कपाली बाबा ने कहा कि कायस्थ जाति आज से नहीं है यह आदिकाल से है भगवान ब्रह्मा की काया और अस्थि से उत्पन्न कायस्थ जाति का उद्भव हुआ है ।जो पद्मपुराण सहित अनेक धर्मग्रंथों में आज भी पढ़ा व जाना जा सकता है। महाभारत काल में भीष्म पितामह ने भी भगवान चित्रगुप्त की पूजा किया था तो भगवान राम अयोध्या में धर्मा हरी मंदिर में स्थित भगवान चित्रगुप्त की पूजा किया इससे यह प्रतीत होता है कि भगवान चित्रगुप्त किसी एक जाति या वर्ण के देवता नहीं हैं बल्कि समस्त जगत के चराचर जीव के देवता है

और इनकी पूजा सब को करनी चाहिए ।मेरा अपना मानना है कि देवता और संतों को जातियों में नहीं बांटना चाहिए देवता महापुरुष और संत किसी एक जाति विशेष के नहीं होते व सर्वे भवंतु सुखिना के मंत्र को चरितार्थ करने का काम करते हैं। कार्यक्रम में संगोष्ठी के साथ-साथ आयोजित स्मृतिशेष कायस्थ कुलभूषण डॉक्टर गुरुदीन लाल श्रीवास्तव स्मृति सम्मान समारोह में चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में सुल्तानपुर जनपद के प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ राजीव श्रीवास्तव ,समाज सेवा के क्षेत्र में कौशलेंद्र श्रीवास्तव प्रधान तिलोकपुर नेवादा, नवीन प्रकाश श्रीवास्तव प्रधान शोधनपुर ,ओम प्रकाश श्रीवास्तव प्रधान परशुरामपुर ,नृत्य व अभिनय कला के क्षेत्र में कुमारी निधि खरे हाई स्कूल में प्रदेश में नवा स्थान बनाने वाली जनपद टॉपर कुमारी अंशिका श्रीवास्तव, अभिनय कला के क्षेत्र में आलोक कुमार श्रीवास्तव सहित समाज में उत्कृष्ट कार्य कर प्रेरणा का स्रोत बने अनेक विभूतियों को सम्मान पत्र ,स्मृति चिन्ह व अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया

गया । वहीं मंदिर समिति के अध्यक्ष डॉक्टर मंगला प्रसाद श्रीवास्तव के नेतृत्व में समिति के सभी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने मुख्य अतिथि विशिष्ट अतिथि व कार्यक्रम अध्यक्ष को स्मृति चिंह अंगवस्त्र भेंट कर उन्हें सम्मानित किया देर रात तक चले इस कार्यक्रम में प्रख्यात गायक कलाकार अभिमन्यु मौर्य ने अपनी पूरी टीम के साथ गायन वादन व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर उपस्थित जनसमूह का मन मोह लिया। चित्रगुप्त मंदिर समिति रानीपुर कायस्थ द्वारा आयोजित इस इस भव्य समारोह में ब्लाक प्रमुख श्रवण कुमार मिश्र, पूर्व ब्लाक प्रमुख वीरेंद्र प्रताप सिंह, पूर्व विधायक भगेलू राम, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि विजय भान सिंह मुन्ना, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष कुंवर प्रभुराज सिंह, समाजसेवी ओंकार नाथ मिश्र, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला उपाध्यक्ष आनंद जायसवाल ,भारतीय हिंद फौज के कानपुर महानगर अध्यक्ष पवन सक्सेना ,गाजीपुर से अभय जी ,आजमगढ़ से संदीप कुमार, वाराणसी से अजय कुमार श्रीवास्तव एवं मन्दिर के संरक्षक शिवकुमार लाल श्रीवास्तव, अशोक कुमार श्रीवास्तव ,माता प्रसाद श्रीवास्तव ,डॉ सी एल श्रीवास्तव, सचिव संदीप कुमार श्रीवास्तव ,उपाध्यक्ष बृजेश कुमार श्रीवास्तव, श्री श्यामचंद्र श्रीवास्तव ,सह सचिव सुरेश कुमार श्रीवास्तव ,अनिल कुमार श्रीवास्तव, संयुक्त सचिव तरुनेश श्रीवास्तव, कार्यालय प्रभारी लाल जी श्रीवास्तव ,कोषाध्यक्ष हरिहर प्रसाद श्रीवास्तव, मन्दिर व्यवस्थापक सूर्यप्रकाश श्रीवास्तव, संगठन मंत्री हेमंत श्रीवास्तव ,अखिल कुमार श्रीवास्तव, कार्यकारिणी सदस्य संजीव कुमार श्रीवास्तव ,आयुष श्रीवास्तव, विजय कुमार श्रीवास्तव ,आनंद कुमार श्रीवास्तव ,श्रीनाथ श्रीवास्तव, विनोद कुमार श्रीवास्तव ,सरोज कुमार श्रीवास्तव ,सुरेंद्र मिश्रा, यज्ञ नारायण मिश्रा, ठाकुर प्रसाद मिश्रा ,दिवाकर प्रसाद मिश्रा,सुशील शुक्ल, विजय बहादुर गिरी ,अरुण कुमार श्रीवास्तव उर्फ राजा सहित हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे ।कार्यक्रम का संचालन डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने किया आए हुए अतिथियों का स्वागत व आभार समिति के उपाध्यक्ष श्याम चंद्र श्रीवास्तव ने किया।

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