रिपोर्ट
आलोक यदुवंशी
🚔एसपी के निर्देश पर लोगों के घर पहुंच कर पुलिस ने जानी समस्याएं ।
🚔बेसहारा लोगों के डॉक्टर की पर्ची और घरेलू गैस का बाउचर कटवाने की भी ली जिम्मेदारी ।
🚔कई समस्याओं का तुरंत हुआ समाधान ।
यदि आप दूर दराज के रहने वाले हैं , असहाय हैं और शहर के किसी अच्छे डॉक्टर को दिखाना चाहते हैं तो सुबह उठकर नम्बर लगाने के लिए परेशान होने की जरूरत नहीं है । इसके लिए आपको सिर्फ अपने नजदीकी थाने को सूचना देनी होगी । बाकी काम पुलिस करेगी । कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत एसपी राजीव मल्होत्रा के नई पहल की शुरुआत शहर कोतवाली क्षेत्र के हनुमान मंदिर चौराहे से हुई । पुलिस ने घर घर दस्तक दे कर लोगों से उनकी समस्याएं जानी और उन्हें दूर किया । साथ ही अपना नाम और नम्बर भी नोट कराया ।
एसपी राजीव मल्होत्रा के निर्देश पर शहर कोतवाल नीतीश श्रीवास्तव, साइबर क्राइम प्रभारी विजय श्रीवास्तव तथा उपनिरीक्षक अश्विनी कुमार तिवारी अपनी टीम के साथ हनुमान मंदिर पहुँचे और वहाँ मौजूद नागरिकों से मुलाकात की । वहाँ मौजूद पुरोहित राजेश नारायण ने पोखरे से लोगों द्वारा मछलियां मार ले जाने की शिकायत की गई । इस पर शहर कोतवाल ने पोखरे की निगरानी के लिए एक पुलिस कर्मी तथा एक होमगार्ड को तत्काल तैनात कर दिया । इसके बाद टीम मीना देवी के घर पहुँची और उनका कुशलक्षेम जाना। उन्होंने बताया कि कई दिनों से तबीयत खराब है और नम्बर न लग पाने के कारण डॉ गिरीश नारायण गुप्ता को नहीं दिखा पा रही हैं । इस पर पुलिस द्वारा पर्ची लगवाने की जिम्मेदारी ली गई । मीना देवी ने पुलिस को बताया कि उनकी बेटी की मौत हो गई है और सारी औपचारिकता पूरी होने के बावजूद उसके खाते में मौजूद छात्रवृत्ति का पैसा देने में यूनियन बैंक हीलाहवाली कर रहा है । इस पर कोतवाली प्रभारी नीतीश श्रीवास्तव ने बैंक से बात करके समस्या दूर कराने का आश्वासन दिया । इसके बाद टीम को एक मकान में ताला बंद मिला । वहाँ शहर कोतवाल ने गश्त बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि चोरी की घटना न हो । इसके साथ ही वहाँ मौजूद नागरिकों से कहा कि घर में ताला बंद करके जाने से पहले पुलिस थाने को सूचना जरूर दें । भ्रमण के दौरान पुलिस ने सूरजदेव प्रसाद जायसवाल, गुड्डू वर्मा, सूरज सागर मद्धेशिया, सत्येन्द्र कुमार जायसवाल समेत दर्जनों लोगों के घर पहुंच उनका हाल जाना ।
" विदेशों में रहने के दौरान छुट्टी के दिन मैं सायकिल से लोगों के घर जाकर उनसे मिलता था उनके साथ चाय पर बैठता था और उनसे सुखदुख साझा करता था । इससे जनता के करीब आने के साथ ही सूचनाओं का आदान प्रदान होता था । उसी तर्ज पर कम्युनिटी पुलिसिंग को देवरिया में लागू किया गया है । हमारा प्रयास डोर टू डोर पहुँच जनता की समस्याओं को जानना और उसे दूर करना है । इसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं।
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