IBN24×7NEWSविजय कुमार शर्मा बगहा प, च, बिहार
स्नातक के तीनों पार्ट में फार्म भरने की अंतिम तिथि अब 16 दिसंबर तक पहुंच गई है। पहले यह तिथि 12 दिसंबर तक ही थी। लेकिन पार्ट वन और टू के रिजल्ट में कॉलेज के लगभग 30 फीसदी छात्र-छात्राओं के पेंडिंग रिजल्ट के कारण अब विश्वविद्यालय द्वारा अंतिम तिथि 16 दिसंबर तक खिसका दी गई है।
कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आरके चौधरी ने बताया कि इतिहास विषय से पार्ट वन का रिजल्ट सुधार होकर आ गया था।
लेकिन साइंस विषयों में मसलन गणित, भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, बॉटनी और जूलौजी जैसे विषयों के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट अभी भी पेंडिंग ही चल रहा है। वहीं कला संकाय के विषयों में पार्ट वन और टू में कही -कहीं मानविय भूल के कारण भी रिजल्ट पेंडिंग में चला गया है। जिसमें किसी का टोटल मार्क्स नहीं जोड़ा गया है तो किसी के प्रैक्टिकल के अंक ही नहीं हैं। भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र जैसे विषयों में भी सैकड़ों छात्र-छात्राओं का रिजल्ट पेंडिंग है। इससे छात्रों को परेशानी हो रही है। छात्र-छात्राओं को नहीं मिल रहा सुधरा रिजल्ट :विश्वविद्यालय के नए नियम के अनुसार छात्र-छात्राओं को रिजल्ट सुधार कर नहीं दिया जाएगा। अब कॉलेज से आए कर्मी को ही रिजल्ट सुधार कर दिया जाएगा।
कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ. चौधरी ने बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा कुछ दिन पहले ही स्टॉफ विश्वविद्यालय भेजा गया था। जहां से इतिहास का रिजल्ट सुधार होकर आ भी गया। लेकिन कई विषयों का रिजल्ट अभी भी सुधरा जाना बाकी है। इन विषयों के छात्रों को कॉलेज का चक्कर लगा रहे हैं!
स्नातक के तीनों पार्ट में फार्म भरने की अंतिम तिथि अब 16 दिसंबर तक पहुंच गई है। पहले यह तिथि 12 दिसंबर तक ही थी। लेकिन पार्ट वन और टू के रिजल्ट में कॉलेज के लगभग 30 फीसदी छात्र-छात्राओं के पेंडिंग रिजल्ट के कारण अब विश्वविद्यालय द्वारा अंतिम तिथि 16 दिसंबर तक खिसका दी गई है।
कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ. आरके चौधरी ने बताया कि इतिहास विषय से पार्ट वन का रिजल्ट सुधार होकर आ गया था।
लेकिन साइंस विषयों में मसलन गणित, भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, बॉटनी और जूलौजी जैसे विषयों के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट अभी भी पेंडिंग ही चल रहा है। वहीं कला संकाय के विषयों में पार्ट वन और टू में कही -कहीं मानविय भूल के कारण भी रिजल्ट पेंडिंग में चला गया है। जिसमें किसी का टोटल मार्क्स नहीं जोड़ा गया है तो किसी के प्रैक्टिकल के अंक ही नहीं हैं। भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति शास्त्र जैसे विषयों में भी सैकड़ों छात्र-छात्राओं का रिजल्ट पेंडिंग है। इससे छात्रों को परेशानी हो रही है। छात्र-छात्राओं को नहीं मिल रहा सुधरा रिजल्ट :विश्वविद्यालय के नए नियम के अनुसार छात्र-छात्राओं को रिजल्ट सुधार कर नहीं दिया जाएगा। अब कॉलेज से आए कर्मी को ही रिजल्ट सुधार कर दिया जाएगा।
कॉलेज के परीक्षा नियंत्रक डॉ. चौधरी ने बताया कि कॉलेज प्रशासन द्वारा कुछ दिन पहले ही स्टॉफ विश्वविद्यालय भेजा गया था। जहां से इतिहास का रिजल्ट सुधार होकर आ भी गया। लेकिन कई विषयों का रिजल्ट अभी भी सुधरा जाना बाकी है। इन विषयों के छात्रों को कॉलेज का चक्कर लगा रहे हैं!
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