तहसील मऊरानीपुर में रिश्वत लेते हुए लेखपाल को एन्टी करप्शन टीम ने रंगे हाथों पकड़ा
झाँसी 30 मई। जनपद झाँसी के तहसील कार्यालय मऊरानीपुर में बुधवार को दोपहर एक हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों पकड़ कर गिरफ्तार किया। लेखपाल सूखा राहत की धनराशि किसान के बैंक खाते में डालने के एवज में किसान से घूस मांग रहा था।
जानकारी के अनुसार तहसील मऊरानीपुर के ग्राम वीरा निवासी भागीरथ पुत्र बलराम कुशवाहा ने एंटी करप्शन झांसी को प्रार्थना पत्र दिया था कि हल्का बीरा का लेखपाल मुन्नालाल सूखा राहत के एवज में एक हजार रुपए घूस की मांग कर रहा है। इस पर भरोसा करते हुए बुधवार को एंटी करप्शन टीम ने हल्का लेखपाल मुन्नालाल को एक हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। आरोपी लेखपाल को कोतवाली मऊरानीपुर की हिरासत में सौंप दिया गया है। इसके साथ ही मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। भागीरथ ने बताया कि लेखपाल मुआवजे का पैसा खाते में डाले जाने के एवज में उससे एक हजार रुपए मांगा जा रहा था, पहले से आर्थिक रूप से परेशान भागीरथ ने सोचा कि लेखपाल अपनी मनमानी पर उतारू है। भागीरथ को एहसास था कि उसका नाम मुआवजा सूची में है, तब किस बात की रिश्वत।
भागीरथ ने इसकी सूचना एंटी करप्शन टीम को दी। और लेखपाल की रिश्वतकांड का पर्दाफाश हो गया। एंटी करप्शन प्रभारी अंबरीष यादव ने बताया कि हमारे पास प्रार्थना पत्र आया कि वीरा गांव में भागीरथ का नाम सूखा राहत की सूची में था। वावजूद इसके एक हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। प्रार्थना पत्र की जांच के बाद आरोप सही पाए गए। गवाह दिए गए। मुख्यालय लखनऊ में सूचना दी, वहां से ग्रीन सिग्नल मिला। तभी एन्टी करप्शन टीम ने लेखपाल को तहसील कार्यालय में खुलेआम घूस लेते पकड़ा।
रिपोर्ट महेंद्र सिंह सोलंकी ibn24x7news झाँसी
झाँसी 30 मई। जनपद झाँसी के तहसील कार्यालय मऊरानीपुर में बुधवार को दोपहर एक हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लेखपाल को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों पकड़ कर गिरफ्तार किया। लेखपाल सूखा राहत की धनराशि किसान के बैंक खाते में डालने के एवज में किसान से घूस मांग रहा था।
जानकारी के अनुसार तहसील मऊरानीपुर के ग्राम वीरा निवासी भागीरथ पुत्र बलराम कुशवाहा ने एंटी करप्शन झांसी को प्रार्थना पत्र दिया था कि हल्का बीरा का लेखपाल मुन्नालाल सूखा राहत के एवज में एक हजार रुपए घूस की मांग कर रहा है। इस पर भरोसा करते हुए बुधवार को एंटी करप्शन टीम ने हल्का लेखपाल मुन्नालाल को एक हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। आरोपी लेखपाल को कोतवाली मऊरानीपुर की हिरासत में सौंप दिया गया है। इसके साथ ही मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। भागीरथ ने बताया कि लेखपाल मुआवजे का पैसा खाते में डाले जाने के एवज में उससे एक हजार रुपए मांगा जा रहा था, पहले से आर्थिक रूप से परेशान भागीरथ ने सोचा कि लेखपाल अपनी मनमानी पर उतारू है। भागीरथ को एहसास था कि उसका नाम मुआवजा सूची में है, तब किस बात की रिश्वत।
भागीरथ ने इसकी सूचना एंटी करप्शन टीम को दी। और लेखपाल की रिश्वतकांड का पर्दाफाश हो गया। एंटी करप्शन प्रभारी अंबरीष यादव ने बताया कि हमारे पास प्रार्थना पत्र आया कि वीरा गांव में भागीरथ का नाम सूखा राहत की सूची में था। वावजूद इसके एक हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है। प्रार्थना पत्र की जांच के बाद आरोप सही पाए गए। गवाह दिए गए। मुख्यालय लखनऊ में सूचना दी, वहां से ग्रीन सिग्नल मिला। तभी एन्टी करप्शन टीम ने लेखपाल को तहसील कार्यालय में खुलेआम घूस लेते पकड़ा।
रिपोर्ट महेंद्र सिंह सोलंकी ibn24x7news झाँसी
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