कोपागंज में संस्कार भारती एव राज्य ललित कलाअकादमी द्वारा बच्चों को दी जा रही है फ्री शिक्षा
कोपागंज मऊ -संस्कार भारती एवं राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित तिस दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को कस्बा के शिव पैलेश दोस्तपुरा में हुवा। उक्त कार्यशाला का उद्घाटन कला गुरु पंडित विश्वनाथ त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस समर कार्यशाला में कसबे के अलावा दर्जनों गाँवो के छात्र छात्राए विभिन्न प्रकार के कलाओं का ज्ञान प्राप्त करेंगे।
कार्यशाला के सयोजक व काशी हिन्दू विश्व विद्यालय असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार सिंह कुशवाहा ने बताया की इस कार्य शाला में चित्रकला ,मूर्तिकला ,टेक्सटाइल्स डिजाइन ,फोटो ग्राफिक्स पेंटिंग ,रंगोली आदि का प्रशिक्षण दिया जायेगा। कहा की सन 1997 में सबसे पहले यही से ललित कला का आयोजन किया गया था जिसका परिणाम यह रहा की यहाँ की प्रतिभा आज राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रतिभा का लोहा मनवा रही है। स्कूल स्थापक दुर्गविजय गुप्ता ने कहा की प्रोफ़ेसर सुनील विश्वकर्मा के प्रयास की देन है की इनके द्वारा चलाया गया यह कार्यशाला आज बुलंदियों पर है। उद्धघाटन समारोह में कार्यकर्म के सह सयोजक सूरज गुप्ता जाया गुप्ता लक्ष्मी बरनवाल ,सीमा गुप्ता ,के अलावा बी एच यु व काशी विद्यापीठ के अनेक छात्र तथा राष्ट्रीय कलाकार उपस्थित थे। कार्यशाला में चित्रकला के लिए मनीष कुमार गोंड ,बलदाऊ वर्मा ,टेक्सटाइल्स डिजाइन के किये कु जानकी ,मूर्तिकला के लिए रिपुंजय मौर्या एवं फोटोग्रफिक्स के लिए अंकित साहू आकांक्षा विश्व कर्मा का नाम नामित किया गया जो निरंतर तीस दिनों तक वाराणसी से आकर इन कलाओं को सिखाएंगे। इस दौरान डॉ बच्चा बाबू वर्मा ,दीपक वर्मा ,पवन कुमार गुप्ता ,अनिल कुमार मौर्या ,नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा के अलावा अनेको कला प्रेमी छात्र उपस्थित रहे।
रिपोर्ट सिद्धार्थ मौर्या ibn24x7news मऊ
कोपागंज मऊ -संस्कार भारती एवं राज्य ललित कला अकादमी उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित तिस दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शुक्रवार को कस्बा के शिव पैलेश दोस्तपुरा में हुवा। उक्त कार्यशाला का उद्घाटन कला गुरु पंडित विश्वनाथ त्रिपाठी द्वारा किया गया। इस समर कार्यशाला में कसबे के अलावा दर्जनों गाँवो के छात्र छात्राए विभिन्न प्रकार के कलाओं का ज्ञान प्राप्त करेंगे।
कार्यशाला के सयोजक व काशी हिन्दू विश्व विद्यालय असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार सिंह कुशवाहा ने बताया की इस कार्य शाला में चित्रकला ,मूर्तिकला ,टेक्सटाइल्स डिजाइन ,फोटो ग्राफिक्स पेंटिंग ,रंगोली आदि का प्रशिक्षण दिया जायेगा। कहा की सन 1997 में सबसे पहले यही से ललित कला का आयोजन किया गया था जिसका परिणाम यह रहा की यहाँ की प्रतिभा आज राष्ट्रीय स्तर पर अपने प्रतिभा का लोहा मनवा रही है। स्कूल स्थापक दुर्गविजय गुप्ता ने कहा की प्रोफ़ेसर सुनील विश्वकर्मा के प्रयास की देन है की इनके द्वारा चलाया गया यह कार्यशाला आज बुलंदियों पर है। उद्धघाटन समारोह में कार्यकर्म के सह सयोजक सूरज गुप्ता जाया गुप्ता लक्ष्मी बरनवाल ,सीमा गुप्ता ,के अलावा बी एच यु व काशी विद्यापीठ के अनेक छात्र तथा राष्ट्रीय कलाकार उपस्थित थे। कार्यशाला में चित्रकला के लिए मनीष कुमार गोंड ,बलदाऊ वर्मा ,टेक्सटाइल्स डिजाइन के किये कु जानकी ,मूर्तिकला के लिए रिपुंजय मौर्या एवं फोटोग्रफिक्स के लिए अंकित साहू आकांक्षा विश्व कर्मा का नाम नामित किया गया जो निरंतर तीस दिनों तक वाराणसी से आकर इन कलाओं को सिखाएंगे। इस दौरान डॉ बच्चा बाबू वर्मा ,दीपक वर्मा ,पवन कुमार गुप्ता ,अनिल कुमार मौर्या ,नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा के अलावा अनेको कला प्रेमी छात्र उपस्थित रहे।
रिपोर्ट सिद्धार्थ मौर्या ibn24x7news मऊ
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