Ibn24x7news शिव विशाल पाण्डेय
इलाहाबाद : माघ मेला इस बार दो जनवरी से शुरू हो जाएगा। संगम क्षेत्र में मेला की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। मेला किस रूप में बसाया जाएगा इसकी पड़ताल और मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रयाग क्षेत्र एवं मेलाधिकारी कार्यालय में सामाजिक संस्थानों और संतों के आने का सिलसिला तेज हो गया है। सम्भवत: चार दिसम्बर के आसपास जमीन आवंटन का कार्य भी शुरू हो जाएगा।
इन सब के बीच महाकुंभ, कुंभ और माघ मेला के प्रथम पूज्य दंडी संन्यासियों का आगमन 25 दिसम्बर के आसपास होगा। इनके आगमन के साथ ही मेला क्षेत्र की रौनक बढ़ने लगेगी। परम्परानुसार दंडीबाड़ा के नाम सबसे पहले जमीन आवंटित की जाएगी। दंडी प्रबंधन समिति की ओर से संन्यासियों के सभी कोतवालों को संदेश भेजवा दिया गया है। समिति के ज्यादातर पदाधिकारी भूमि आवंटन के समय मेला क्षेत्र में भी मौजूद रहेंगे। दंडी प्रबंधन समिति के महामंत्री स्वामी ब्रह्माश्रम ने बताया कि दंडी संन्यासी कल्पवास शुरू करने के पहले भगवान वेणी माधव का पूजन कर संगम क्षेत्र में कल्पवास करने की अनुमति लेंगे। उसके बाद मेला शुरु हो जाएगा।
इलाहाबाद : माघ मेला इस बार दो जनवरी से शुरू हो जाएगा। संगम क्षेत्र में मेला की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। मेला किस रूप में बसाया जाएगा इसकी पड़ताल और मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रयाग क्षेत्र एवं मेलाधिकारी कार्यालय में सामाजिक संस्थानों और संतों के आने का सिलसिला तेज हो गया है। सम्भवत: चार दिसम्बर के आसपास जमीन आवंटन का कार्य भी शुरू हो जाएगा।
इन सब के बीच महाकुंभ, कुंभ और माघ मेला के प्रथम पूज्य दंडी संन्यासियों का आगमन 25 दिसम्बर के आसपास होगा। इनके आगमन के साथ ही मेला क्षेत्र की रौनक बढ़ने लगेगी। परम्परानुसार दंडीबाड़ा के नाम सबसे पहले जमीन आवंटित की जाएगी। दंडी प्रबंधन समिति की ओर से संन्यासियों के सभी कोतवालों को संदेश भेजवा दिया गया है। समिति के ज्यादातर पदाधिकारी भूमि आवंटन के समय मेला क्षेत्र में भी मौजूद रहेंगे। दंडी प्रबंधन समिति के महामंत्री स्वामी ब्रह्माश्रम ने बताया कि दंडी संन्यासी कल्पवास शुरू करने के पहले भगवान वेणी माधव का पूजन कर संगम क्षेत्र में कल्पवास करने की अनुमति लेंगे। उसके बाद मेला शुरु हो जाएगा।
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