रिपोटर ललन कुमार निराला
मरौना सुपौल :- एक ओर जहां केंद्र सरकार से लेकर राज्य सरकार के सभी पदाधिकारी और सभी जन प्रतिनिधि सभी स्वच्छ ,भारत स्वच्छ समाज बनाने को ले रात दिन एक कर लोगो को स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हुए खुले में शौच मुक्त प्रखंड बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर खुद का शौचालय बनाकर उपयोग करने को कहा जा रहा है तो वहीं मरौना प्रखंड कार्यालय स्थित बेलही के परिसर में बने अव्यवस्थित शौचालय स्वच्छता का मुंह चिढ़ा रही है । जानकारी हो की मरौना प्रखंड की में 13 पंचायत है और प्रखंड मुख्यालय में राशन कार्ड , जाती , आवासीय ,आय प्रमाण पत्र और अन्य कार्यो के लिए दूर दराज से आये महिलाओं , छात्राओं को काफी कठिनायों का सामना करना पर रहा है । व्यवस्थित शौचालय नहीं होने के कारण खासकर महिलाओं और छात्राओं को शौच या पेशाब के लिए सड़क किनारे या फिर रेलवे पटरी के किनारे जाना पर रहा है । जो एक बहुत ही शर्मिंदगी की बात है जानकारी हो की मरौना प्रखंड के 13 पंचायतों में बेलही और कदमाहा पंचायत को सुपौल के जिला पदाधिकारी के द्वारा पूर्णतः खुले में शौच मुक्त की घोषणा भी कर दिया गया है । जबकि प्रखंड कार्यालय परिसर में बने शौचालय अपनी बदहाली पर आंसू बहाती हुई नजर आ रही है । साथ ही प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से आये सैकड़ो लोगो को पानी पीने के लिए भी सिर्फ एक ही चापाकल ठीक है बाँकी दो चापाकल सिर्फ देखने को है । मरौना प्रखंड कार्यालय और नजारत के बीच गन्दगियो का अम्बार है तो अंचल कार्यालय और अंचल गार्ड व प्रमुख वेश्म के बीच भी कूड़ा कर्कट और कचरा का ढेर लगा हुआ है । जिसे ना तो लोगो स्वच्छता का पाठ पढ़ाने वाले पदाधिकारियों को नजर आ रहे हैं और ना ही आलाधिकाकारी को । क्या इसी तरह बनेगा स्वच्छ भारत , स्वच्छ समाज ये एक सोचनीय बिंदु है ।
No comments:
Post a Comment