IBN24X7NEWS ललन कुमार निराला
निर्मली,मरौना सुपौल
प्रखंड मुख्यालय इस्थित
डीपीसी भवन में मंगलवार को विश्व मिर्धा दिवश के शुभ अवसर पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का अध्यक्षता 20 सूत्री अध्यक्ष अमरदेव कामत ने किया इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील कुमार प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामानंद दास किसान सलाहकार सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे ।शिविर में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए वीडियो सुशील कुमार ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ढैंचा का खेती का प्रयोग करना बहुत ही आवश्यक है ।प्रायः देखा जा रहा है कि किसान अधिक उत्पादन के लिए रासायनिक खादों का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है ।जिसके कारण मिट्टी की उर्वरा शक्ति धीरे-धीरे कम होती जा रही है ।किसानों को चाहिए कि रासायनिक खाद का उपयोग न करके जैविक खादों का प्रयोग किया जाना चाहिए ।जिस से मिट्टी का उर्वरा शक्ति बना रहे तो वही मौके पर मौजूद प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामानंद दास ने किसानों से कहा कि रासायनिक खाद का प्रयोग करने से लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं ।कहा कि अपने खाने का भी अनाज वगैरह रासायनिक खाद का नहीं उपजा पा रहे हैं। रासायनिक खादों का दिन अब खत्म होने जा रहे हैं कृषि समन्वयक उधान नवल किशोर वर्मा ने भी किसानों को सलाह दी कि अपने खेतों को मिट्टी का जांच कराकर अधिक पैदावार कर सकते हैं। यदि आप अपने खेतो की मिट्टी की जांच नहीं कराते है तो आपकी उपज दिन प्रतिदिन कम हो जाएगी ।और आने वाले अगला पीढ़ी दाने दाने के लिए मोहताज हो जाएंगे ।क्षेत्र के 1000 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण किया गया इसके लिए सभी पदाधिकारी और किसान ने खड़े होकर शपथ ली। मैं इस स्थिति से अवगत हूं कि मिटटी एक अमूल्य प्राकृतिक संसाधन है अच्छी मिट्टी का स्वास्थ्य अच्छे मानव स्वास्थ्य की ओर जाता है मिट्टी के स्वास्थ्य में पिछले दशकों में गिरावट गंभीर चिंता का विषय है। भारत के नागरिक के रूप में मेरा कर्तव्य है कि मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सभी संभव प्रयास करे ताकि आने वाले वर्षों में मिट्टी की उत्पादकता बनी रहे ।और हमारे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव परे मैं वचन देता हूं कि मैं इसमें सुधार करुँगा और अपने प्यारे किसानों के बीच मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बनाऊंगा ।मिट्टी के अंधाधुन दोहन व वैज्ञानिक प्रबंधन का विरोध करुंगा और सभी से इसका विरोध करने के लिए प्रेरित करूंगा। मौके पर तकनीकी प्रबंधक रावण राज किसान सलाहकार विनोद कुमार ,मेहता उमाकांत कामात, जफर आलम, प्रीति देवी ,रामपाल राम, राजेश सिंह ,मुकेश राम ,जावेद आलम, सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे
निर्मली,मरौना सुपौल
प्रखंड मुख्यालय इस्थित
डीपीसी भवन में मंगलवार को विश्व मिर्धा दिवश के शुभ अवसर पर मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का अध्यक्षता 20 सूत्री अध्यक्ष अमरदेव कामत ने किया इस मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी सुशील कुमार प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामानंद दास किसान सलाहकार सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे ।शिविर में उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए वीडियो सुशील कुमार ने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से ढैंचा का खेती का प्रयोग करना बहुत ही आवश्यक है ।प्रायः देखा जा रहा है कि किसान अधिक उत्पादन के लिए रासायनिक खादों का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है ।जिसके कारण मिट्टी की उर्वरा शक्ति धीरे-धीरे कम होती जा रही है ।किसानों को चाहिए कि रासायनिक खाद का उपयोग न करके जैविक खादों का प्रयोग किया जाना चाहिए ।जिस से मिट्टी का उर्वरा शक्ति बना रहे तो वही मौके पर मौजूद प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामानंद दास ने किसानों से कहा कि रासायनिक खाद का प्रयोग करने से लोग विभिन्न बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं ।कहा कि अपने खाने का भी अनाज वगैरह रासायनिक खाद का नहीं उपजा पा रहे हैं। रासायनिक खादों का दिन अब खत्म होने जा रहे हैं कृषि समन्वयक उधान नवल किशोर वर्मा ने भी किसानों को सलाह दी कि अपने खेतों को मिट्टी का जांच कराकर अधिक पैदावार कर सकते हैं। यदि आप अपने खेतो की मिट्टी की जांच नहीं कराते है तो आपकी उपज दिन प्रतिदिन कम हो जाएगी ।और आने वाले अगला पीढ़ी दाने दाने के लिए मोहताज हो जाएंगे ।क्षेत्र के 1000 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण किया गया इसके लिए सभी पदाधिकारी और किसान ने खड़े होकर शपथ ली। मैं इस स्थिति से अवगत हूं कि मिटटी एक अमूल्य प्राकृतिक संसाधन है अच्छी मिट्टी का स्वास्थ्य अच्छे मानव स्वास्थ्य की ओर जाता है मिट्टी के स्वास्थ्य में पिछले दशकों में गिरावट गंभीर चिंता का विषय है। भारत के नागरिक के रूप में मेरा कर्तव्य है कि मिट्टी के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए सभी संभव प्रयास करे ताकि आने वाले वर्षों में मिट्टी की उत्पादकता बनी रहे ।और हमारे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव परे मैं वचन देता हूं कि मैं इसमें सुधार करुँगा और अपने प्यारे किसानों के बीच मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बनाऊंगा ।मिट्टी के अंधाधुन दोहन व वैज्ञानिक प्रबंधन का विरोध करुंगा और सभी से इसका विरोध करने के लिए प्रेरित करूंगा। मौके पर तकनीकी प्रबंधक रावण राज किसान सलाहकार विनोद कुमार ,मेहता उमाकांत कामात, जफर आलम, प्रीति देवी ,रामपाल राम, राजेश सिंह ,मुकेश राम ,जावेद आलम, सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे
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