पत्रकार नवीन की हत्या होना लोकतंत्र की हत्या है जो समाज के लिये सच का आईना होता है आज उसी आईऩे को टोड दिया गया है पत्रकार की हत्या होने के बाद आज तक उनके हत्यारे खुले आम घूम रहैं हैं तो क्या कहा जाये सरकार से कि पत्रकार भी एक हाथ मे कलम व दूसरे हाथ मे तलवार लेकर चले तब प्रशासन की आंख खुलेगी अगर एैसा ही है तो वो दिन दूर नही कि पत्रकार अगर सच को सामने ला सकता है तो अपनी सुरछा भी कर सकता है
नवीन के हत्यारों को जब तक पकडा नही जायेगा तब तक आंदोलन खत्म नही होगा
आल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोशिएशन के जिला मंत्री रजत सिंह ने घाटमपुर के सारे पत्रकारों से अनुरोध किया है कि जब तक नवीन के हत्यारों को फांसी नही दी जाती तब तक कलम को रख देना चाहिये इस मौके पर उपाध्यझ मधूसूदन यादव,दैनिक उभरती खबरें से विभय मिस्रा, वेब पोर्टल से विवेक पाल, विनीत साहु रहे
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