रिपोर्ट शिव विशाल पाण्डेय IBN24x7 News
इलाहाबाद : इलाहाबाद के सुलेमसराय इलाके में सोमवार सुबह एक तीन मंजिला मकान में लगी भीषण आग में कपड़ा कारोबारी के परिवार के तीन लोग जिंदा जल गए। आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने में फायरब्रिगेड के अलावा एयरफोर्स की भी मदद लेनी पड़ी। चार घंटे तक चले बचाव कार्य के दौरान इलाहाबाद-कानपुर जीटी रोड पर भीषण जाम लगा रहा।
सुलेमसराय में हुआ हादसा :
सुलेमसराय बाजार में जीटी रोड पर ही उमेश केसरवानी का तीन मंजिला मकान है। मकान के नीचे के तल पर उमेश वस्त्रालय के नाम से उनकी कपड़ों की दुकान है और दूसरे व तीसरे तल पर उनका परिवार रहता है।सोमवार सुबह लगभग साढ़े सात बजे उमेश की कपड़े की दुकान में अचानक आग लग गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने तेजी से फैलते हुए पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया।
आग में फंसा परिवार :
घर का रास्ता भी आग से घिरा होने के कारण पूरा परिवार ऊपर के तल में फंस गया। आग देख आसपास के लोगों ने सीढ़ी लगाकर उमेश और उनके बेटे को विशाल (20) को तो बाहर निकाल लिया लेकिन उमेश की पत्नी स्नेहलता, उनकी बुजुर्ग मां रुक्मणी देवी और बेटी पारुल आग में फंस गए।आग की लपटें इतनी विकराल हो गईं कि मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मचारी भी कुछ नहीं कर सके।
चार घंटे बाद बुझी आग, निकलीं तीन लाशें :
आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां और एयरफोर्स की गाड़ी लगाई गई। आगे से रास्ता आग से घिरा होने के कारण फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने घर के पीछे की दीवार तोड़कर पानी डालना शुरू किया। लगभग चार घंटे की कोशिशों के बाद आग पर काबू पाया जा सका। जब आग बुझी तो घर के अंदर उमेश की पत्नी स्नेहलता (40), उनकी मांग रुक्मणी देवी(70) और बेटी पारुल (22) की जली हुई लाश मिली।
इलाहाबाद : इलाहाबाद के सुलेमसराय इलाके में सोमवार सुबह एक तीन मंजिला मकान में लगी भीषण आग में कपड़ा कारोबारी के परिवार के तीन लोग जिंदा जल गए। आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाने में फायरब्रिगेड के अलावा एयरफोर्स की भी मदद लेनी पड़ी। चार घंटे तक चले बचाव कार्य के दौरान इलाहाबाद-कानपुर जीटी रोड पर भीषण जाम लगा रहा।
सुलेमसराय में हुआ हादसा :
सुलेमसराय बाजार में जीटी रोड पर ही उमेश केसरवानी का तीन मंजिला मकान है। मकान के नीचे के तल पर उमेश वस्त्रालय के नाम से उनकी कपड़ों की दुकान है और दूसरे व तीसरे तल पर उनका परिवार रहता है।सोमवार सुबह लगभग साढ़े सात बजे उमेश की कपड़े की दुकान में अचानक आग लग गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते आग ने तेजी से फैलते हुए पूरी दुकान को अपनी चपेट में ले लिया।
आग में फंसा परिवार :
घर का रास्ता भी आग से घिरा होने के कारण पूरा परिवार ऊपर के तल में फंस गया। आग देख आसपास के लोगों ने सीढ़ी लगाकर उमेश और उनके बेटे को विशाल (20) को तो बाहर निकाल लिया लेकिन उमेश की पत्नी स्नेहलता, उनकी बुजुर्ग मां रुक्मणी देवी और बेटी पारुल आग में फंस गए।आग की लपटें इतनी विकराल हो गईं कि मौके पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मचारी भी कुछ नहीं कर सके।
चार घंटे बाद बुझी आग, निकलीं तीन लाशें :
आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां और एयरफोर्स की गाड़ी लगाई गई। आगे से रास्ता आग से घिरा होने के कारण फायर ब्रिगेड कर्मचारियों ने घर के पीछे की दीवार तोड़कर पानी डालना शुरू किया। लगभग चार घंटे की कोशिशों के बाद आग पर काबू पाया जा सका। जब आग बुझी तो घर के अंदर उमेश की पत्नी स्नेहलता (40), उनकी मांग रुक्मणी देवी(70) और बेटी पारुल (22) की जली हुई लाश मिली।
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