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Tuesday, November 7, 2017

गोरखपुर - गोरखपुर में बागियों को रोकना भाजपा के लिए बना चुनौती

रिपोर्ट ibn24x7news
     नगर निकाय चुनाव को लेकर चल रही गहमागहमी बढ़  गई है। सत्ताधारी पार्टी होने के कारण भाजपा में टिकट के अधिक दावेदार हो गए ऐसे में कार्यकर्ताओं को संतुष्ट करने में भाजपा असहज दिख रही और कई
वार्डो में भाजपा से बागी हो गए कार्यकर्ता निर्दल मैदान में उतर गए है।

   सिटिंग पार्षदों की जिसका टिकट भाजपा ने काट दिया और अब वो निर्दल चुनाव में ताल ठोक रहे है। तिवारीपुर से पार्षद ममता पटेल के पति श्रवण पटेल,आर्यनगर से पार्षद राजेश जयसवाल,शक्तिनगर से चंद प्रकाश चंदू एवम जाफरा बाजार से पार्षद रामपाल यादव के पुत्र कृष्णपाल यादव ने निर्दलीय उम्मीदवारी की है।।सिटिंग पार्षद होने की वजह से क्षेत्र में अच्छी पकड़ है और जिससे ये सभी अपनी सीट को जीतने की दावेदारी कर रहे।
        वही मालवीय नगर मंडल अध्यक्ष मनोज अग्रहरि ने अपनी पत्नी बबिता को निर्दलीय गिरधरगंज वार्ड से मैदान में उतारा है। गीतानगर मंडल के युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष सुनील कुशवाह ने नरसिंहपुर से,मार्कण्डेय गुप्ता मंडल उपाध्यक्ष ने महेवा से,विशुन देव शाही पूर्व महानगर उपाध्यक्ष ने अपनी पत्नी को मोहद्दीपुर से,चंद्रमोहन साहनी मंडल कार्यसमिति सदस्य गोपालापुर से,युवा भाजपा नेता राहुल त्रिपाठी सुभाषचन्द्र नगर से एवम अरुण शर्मा ने कल्याणपुर से निर्दलीय दावेदारी की है। ये सभी प्रत्याशी सहित और भी कई कार्यकर्ता भाजपा से टिकट ना मिलने पर बागी हो गए और निर्दलीय उम्मीद्वार बन कर भाजपा के विरोध में खड़े है। ऐसे में ये अपने ही नही अपितु आस-पास के भी सीटो को प्रभावित कर रहे जो कि भाजपा के लिए हानिकारक साबित होगा।
सीएम योगी का गढ़ होने की वजह से सदैव नगर निगम चुनाव जीतती आरही भाजपा के लिए ये चुनाव जितना प्रतिष्ठा का विषय बना हुआ है।ऐसे में भाजपा के मंसूबे पर उन्ही के दल के बागी पानी फेर सकते है। इसलिए भाजपा के लिए बागियों को रोकना अतिमहत्वपूर्ण बना हुआ है साथ ही साथ ये चुनौतीपूर्ण भी होगा।

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