रिपोर्ट शिव विशाल पाण्डेय IBN24x7 News
इलाहाबाद - सर्दी रफ्तार पकड़ने लगी है बावजूद इसके डेंगू का प्रकोप थम नहीं रहा। इसकी चपेट में मेजा से भाजपा विधायक नीलम करवरिया भी आ गई हैं। वह बीते 20 दिनों से डेंगू से पीड़ित थीं। इधर कई दिनों से सिविल लाइंस स्थित निजी चिकित्सालय में उनका इलाज चल रहा था।
प्लेटलेट्स 80-81 हजार से अधिक नहीं बढ़ रहा था जबकि सामान्य तौर पर इसे डेढ़ से चार लाख तक होना चाहिए। इसको देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें शनिवार की शाम एम्स नई दिल्ली रेफर कर दिया। वहीं दारागंज की अनामिका (54), नैनी के दीपेश (43), फाफामऊ की रानी (39) व करेली के अमर (34) भी डेंगू से पीड़ित होकर अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
इलाहाबाद : स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. मनोज माथुर बताते हैं कि एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने के पांच से दस दिनों के अंतराल में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। इसका तत्काल इलाज शुरू करना चाहिए, क्योंकि विलंब करने पर यह जानलेवा साबित होता है।
इलाहाबाद : डॉ. अर्पणधर दुबे बताते हैं कि डेंगू होने पर रोगी अधिक से अधिक पानी पीए। प्रतिदिन से 15-20 गिलास पानी पीना लाभदायक रहेगा। पपीते का सेवन प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है। चिकित्सक से तत्काल जांच कराना चाहिए। यही सावधानी न बरती गई तो डेंगू हेमरेजिक फीवर और डेंगू शॉक सिंड्रोम जानलेवा हो सकते हैं।
इलाहाबाद - सर्दी रफ्तार पकड़ने लगी है बावजूद इसके डेंगू का प्रकोप थम नहीं रहा। इसकी चपेट में मेजा से भाजपा विधायक नीलम करवरिया भी आ गई हैं। वह बीते 20 दिनों से डेंगू से पीड़ित थीं। इधर कई दिनों से सिविल लाइंस स्थित निजी चिकित्सालय में उनका इलाज चल रहा था।
प्लेटलेट्स 80-81 हजार से अधिक नहीं बढ़ रहा था जबकि सामान्य तौर पर इसे डेढ़ से चार लाख तक होना चाहिए। इसको देखते हुए चिकित्सकों ने उन्हें शनिवार की शाम एम्स नई दिल्ली रेफर कर दिया। वहीं दारागंज की अनामिका (54), नैनी के दीपेश (43), फाफामऊ की रानी (39) व करेली के अमर (34) भी डेंगू से पीड़ित होकर अलग-अलग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं।
इलाहाबाद : स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. मनोज माथुर बताते हैं कि एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने के पांच से दस दिनों के अंतराल में डेंगू बुखार के लक्षण दिखने लगते हैं। इसका तत्काल इलाज शुरू करना चाहिए, क्योंकि विलंब करने पर यह जानलेवा साबित होता है।
इलाहाबाद : डॉ. अर्पणधर दुबे बताते हैं कि डेंगू होने पर रोगी अधिक से अधिक पानी पीए। प्रतिदिन से 15-20 गिलास पानी पीना लाभदायक रहेगा। पपीते का सेवन प्लेटलेट्स की संख्या को बढ़ाने में मदद करता है। चिकित्सक से तत्काल जांच कराना चाहिए। यही सावधानी न बरती गई तो डेंगू हेमरेजिक फीवर और डेंगू शॉक सिंड्रोम जानलेवा हो सकते हैं।
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