रिपोर्ट तीरथ पनिका IBN24x7 News
ब्यूरो चीफ मध्यप्रदेश
अनूपपुर,बिजुरी(मध्यप्रदेश) -प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा स्वरोजगार देने के लिए अनेकों योजनाएं संचालित की गईऔर सरकार की मंशा है कि बिना गारंटर के लोगो को रोजगार उपलब्ध कराना है ताकि गरीब लोग भी खुश हाली पूर्वक जीवन ब्यतीत करे लेकिन कतिपय अद्धिकारियो के चलते योजना दम तोड़ती नजर
आ रही है।
बिजुरी नगरपालिका में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत सैकड़ो हितग्राहियों द्वारा लोन के लिए आवेदन किये गए जिसमे सेन्ट्रल बैंक प्रबंधक द्वारा साशन की मंशा पर पानी फेरते हुए अपनी मंशा अनुसार दो चार लोगों का ऋण ही स्वीकृति हुआ उसमे भी प्रबंधक पर लोगो द्वारा गम्भीर सवाल खड़ा किया गया है कि साहब कुछ विषेस ही ऋण स्वीकृत करते है।
जबकि स्थानीय निकाय द्वारा आवेदन तो स्वीकृत कर लिया जाता है,और स्वीकृति मामलों को बैंकों को भेज दिया जाता है।इसके बाद हितग्राही बैंकों एवम नगरपालिका के चक्कर काटता है ।बैंकों में जो सेटिंग बनाने में सफल हो जाता है उसका लोन स्वीकृत हो जाता है।ऐसा ही एक मामला वार्ड नम्बर 6 गलैया टोला निवासी जानकी देवी पत्नी शेष नारायण दो महीने से सेंटल बैंक की चक्कर लगा रही है और प्रबंधक द्वारा उन्हें रोज नियम कानून का बहाना बना घुमाया जा रहा है।
मुख्यमन्त्री स्वरोजगार योजना व आर्थिक कल्याण योजना के तहत कई हितग्राहियों की सूची सेंट्रल बैंक आफ इंडिया व भारतीय स्टेट बैंक बिजुरी को भेजा गया जिसमें सेंट्रल बैंक बिजुरी के प्रबंधक द्वारा अपने हिसाब से दो चार प्रकरण स्वीकृत कर राशि उपलब्ध करवाई गई बाकी में कुछ भी करने की जगह आजकल किया जा रहा लोगो ने स्वीकृत प्रकरणों की जांच की मांग की गई है।जबकि साशन द्वारा बैंकों को सब्सिडी भी जमा करा दी गयी है,लेकिन सेंट्रल बैंक के साहब अपना ही कानून बताने में ब्यष्त है जबकि उन के बदौलत पूरी सरकार एवम योजना पर लोग अंगुली उठा रहे है।
साहब उवाच,,,
जब इस सम्बंध में सेंट्रल बैंक प्रबंधक के मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो योजना के विषय मे बात करने का प्रयाश किया गया तो मीडिया का नाम सुनते ही फोन काट दिया गया।शिबली खान सेंट्रल बैंक बिजुरी सेंट्रल बैंक आफ इंडिया बिजुरी के शाखा प्रबंधक द्वारा शहयोग प्राप्त नही हो पा रहा है जिस कारण हितग्राही परेसान हो रहे है,जबकि साशन द्वारा सब्सिडी बैंक में जमा कर दी गयी है।
ब्यूरो चीफ मध्यप्रदेश
अनूपपुर,बिजुरी(मध्यप्रदेश) -प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा स्वरोजगार देने के लिए अनेकों योजनाएं संचालित की गईऔर सरकार की मंशा है कि बिना गारंटर के लोगो को रोजगार उपलब्ध कराना है ताकि गरीब लोग भी खुश हाली पूर्वक जीवन ब्यतीत करे लेकिन कतिपय अद्धिकारियो के चलते योजना दम तोड़ती नजर
आ रही है।
बिजुरी नगरपालिका में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत सैकड़ो हितग्राहियों द्वारा लोन के लिए आवेदन किये गए जिसमे सेन्ट्रल बैंक प्रबंधक द्वारा साशन की मंशा पर पानी फेरते हुए अपनी मंशा अनुसार दो चार लोगों का ऋण ही स्वीकृति हुआ उसमे भी प्रबंधक पर लोगो द्वारा गम्भीर सवाल खड़ा किया गया है कि साहब कुछ विषेस ही ऋण स्वीकृत करते है।
जबकि स्थानीय निकाय द्वारा आवेदन तो स्वीकृत कर लिया जाता है,और स्वीकृति मामलों को बैंकों को भेज दिया जाता है।इसके बाद हितग्राही बैंकों एवम नगरपालिका के चक्कर काटता है ।बैंकों में जो सेटिंग बनाने में सफल हो जाता है उसका लोन स्वीकृत हो जाता है।ऐसा ही एक मामला वार्ड नम्बर 6 गलैया टोला निवासी जानकी देवी पत्नी शेष नारायण दो महीने से सेंटल बैंक की चक्कर लगा रही है और प्रबंधक द्वारा उन्हें रोज नियम कानून का बहाना बना घुमाया जा रहा है।
मुख्यमन्त्री स्वरोजगार योजना व आर्थिक कल्याण योजना के तहत कई हितग्राहियों की सूची सेंट्रल बैंक आफ इंडिया व भारतीय स्टेट बैंक बिजुरी को भेजा गया जिसमें सेंट्रल बैंक बिजुरी के प्रबंधक द्वारा अपने हिसाब से दो चार प्रकरण स्वीकृत कर राशि उपलब्ध करवाई गई बाकी में कुछ भी करने की जगह आजकल किया जा रहा लोगो ने स्वीकृत प्रकरणों की जांच की मांग की गई है।जबकि साशन द्वारा बैंकों को सब्सिडी भी जमा करा दी गयी है,लेकिन सेंट्रल बैंक के साहब अपना ही कानून बताने में ब्यष्त है जबकि उन के बदौलत पूरी सरकार एवम योजना पर लोग अंगुली उठा रहे है।
साहब उवाच,,,
जब इस सम्बंध में सेंट्रल बैंक प्रबंधक के मोबाइल पर सम्पर्क किया गया तो योजना के विषय मे बात करने का प्रयाश किया गया तो मीडिया का नाम सुनते ही फोन काट दिया गया।शिबली खान सेंट्रल बैंक बिजुरी सेंट्रल बैंक आफ इंडिया बिजुरी के शाखा प्रबंधक द्वारा शहयोग प्राप्त नही हो पा रहा है जिस कारण हितग्राही परेसान हो रहे है,जबकि साशन द्वारा सब्सिडी बैंक में जमा कर दी गयी है।
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