उत्तर प्रदेश - गोरखपुर मेडिकल कालेज में हाल ही में दिल दहला देने वाली बच्चों की ताबडतोड हुई मृत्यु के मामले में निलम्बित प्रिंसिपल डा़ राजीव कुमार मिश्र और उनकी पत्नी डा पूर्णिमा शुक्ला को आज गिरफ्तार कर लिया गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक ने बताया कि दोनो की गिरफ्तारी कानपुर से की गयी है। दोनो ही अपने एक रिश्तेदार और प्रतिष्ठित वकील के यहां छिपे थे। एसटीएफ ने उन्हें गिरफ्तार कर गोरखपुर पुलिस के हवाले कर दिया है। अब अगली कार्रवाई गोरखपुर पुलिस करेगी। प्रिंसिपल और उनकी पत्नी कई दिनों से अधिवक्ता के घर पर ठहरे थे लेकिन पुलिस ने सर्विलांस की मदद से दोनों को ढूंढ निकाला। दोनो पति-पत्नी गोरखपुर ऑक्सीजन कांड के बाद से फरार चल रहे थे। दोनों को पकड़ कर लखनऊ ले जाया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर प्रदेश सरकार ने गोरखपुर में बच्चों की मौत के मामले में लखनऊ के हजरतगंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस मामले में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज में आक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म पुष्पा सेल्स के संचालकों , प्रधानाचार्य डा. राजीव मिश्र मिश्र व उनकी पत्नी समेत सात से ज्यादा कर्मचारियों-डाक्टरों को नामजद किया गया था। खबरों के मुताबिक उनके खिलाफ लापरवाही, भ्रष्टाचार और गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज हुआ था।
मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में हुई बच्चों की मौत के मामले में मुख्य सचिव राजीव कुमार को जांच का जिम्मा सौंपा था। उन्होंने मामले में जांच की और अपनी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी थी। इसके बाद ही चिकित्सा शिक्षा की अपर मुख्य सचिव अनीता भटनागर जैन को हटा दिया गया था
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