Ibn24x7news शिव विशाल पाण्डेय
इलाहाबाद : पहले सपा सरकार में राज किया, फिर सत्ता बदल गई तो भाजपा में जुगाड़ फिट किया। घूम फिर कर जिले में मलाईदार थानों का चार्ज संभाले रहे। अंगद पांव जमा मनमानी पर उतारूजिले के कई थाना प्रभारियों की बेचैनी इन दिनों बढ़ गई है। तत्कालीन एसएसपी रहे आनंद कुलकर्णी के दौरान चार्ज पाए थानेदार अभी तक हिल नहीं सके। चूंकि नए कप्तान आकाश कुलहरि के आते ही कई बड़े कार्यक्रम हो गए। फिर निकाय चुनाव आ गए। आचार संहिता लगी, फिर रिजल्ट का चक्कर चला। मंत्रियों की आवाजाही के बाद शपथ ग्रहण। अब राष्ट्रपति का कार्यक्रम लग गया है। ऐसे में बदलाव की तारीख बढ़ती ही गई। हालांकि थानेदारों की सांस ऊपर नीचे है, जुगाड़ फिट करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे, लेकिन हटना तो तय है। भले ही इक्का दुक्का बच जाएं।
तत्कालीन एसएसपी रहे आनंद कुलकर्णी ने थाना और चौकी प्रभारियों के चार्ज में खूब बदलाव किए। कई तरह की चर्चाएं हुई तो वीडियो वायरल भी हुआ। चार्ज पाने वालों ने मनमानी भी खूब की। वही मनमानी अभी भी जारी है। दो तीन थानेदार तो ऐसे बनाए गए जिनकी थानेदारी के लिए अफसरों ने अनुमति की खानापूरी भी नहीं की गई। आकाश कुलहरि ने चार्ज संभाला तो लगा तड़ातड़ विकेट गिरेंगे, लेकिन कार्यशैली के लिए चर्चा में रहने वाले कप्तान इस मामले में ठंडे नजर आए। बदलाव की बयार का इंतजार ही होता रहा। शहर के दारागंज, शिवकुटी, कीडगंज, सिविल लाइंस, करेली, शाहगंज थानों को लेकर लगातार शिकायतें पहुंची, लेकिन प्रभारियों की किस्मत अच्छी रही। देहात के थानों में तो मनमानी का रिकार्ड ही टूटा। घूस लेते वीडियो वायरल हुए तो खनन के मामलों में पुलिस पर सवाल उठे। शुआट्स मामले में कार्रवाई को लेकर नैनी इंस्पेक्टर पर अब सवाल उठ रहे हैं। अफसरों ने फटकार भी लगाई। थरवई, सोरांव, घूरपुर, नवाबगंज, शंकरगढ़, कोरांव, लालापुर के लोग भी बदलाव का इंतजार ही करते रह गए।
इलाहाबाद : पहले सपा सरकार में राज किया, फिर सत्ता बदल गई तो भाजपा में जुगाड़ फिट किया। घूम फिर कर जिले में मलाईदार थानों का चार्ज संभाले रहे। अंगद पांव जमा मनमानी पर उतारूजिले के कई थाना प्रभारियों की बेचैनी इन दिनों बढ़ गई है। तत्कालीन एसएसपी रहे आनंद कुलकर्णी के दौरान चार्ज पाए थानेदार अभी तक हिल नहीं सके। चूंकि नए कप्तान आकाश कुलहरि के आते ही कई बड़े कार्यक्रम हो गए। फिर निकाय चुनाव आ गए। आचार संहिता लगी, फिर रिजल्ट का चक्कर चला। मंत्रियों की आवाजाही के बाद शपथ ग्रहण। अब राष्ट्रपति का कार्यक्रम लग गया है। ऐसे में बदलाव की तारीख बढ़ती ही गई। हालांकि थानेदारों की सांस ऊपर नीचे है, जुगाड़ फिट करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे, लेकिन हटना तो तय है। भले ही इक्का दुक्का बच जाएं।
तत्कालीन एसएसपी रहे आनंद कुलकर्णी ने थाना और चौकी प्रभारियों के चार्ज में खूब बदलाव किए। कई तरह की चर्चाएं हुई तो वीडियो वायरल भी हुआ। चार्ज पाने वालों ने मनमानी भी खूब की। वही मनमानी अभी भी जारी है। दो तीन थानेदार तो ऐसे बनाए गए जिनकी थानेदारी के लिए अफसरों ने अनुमति की खानापूरी भी नहीं की गई। आकाश कुलहरि ने चार्ज संभाला तो लगा तड़ातड़ विकेट गिरेंगे, लेकिन कार्यशैली के लिए चर्चा में रहने वाले कप्तान इस मामले में ठंडे नजर आए। बदलाव की बयार का इंतजार ही होता रहा। शहर के दारागंज, शिवकुटी, कीडगंज, सिविल लाइंस, करेली, शाहगंज थानों को लेकर लगातार शिकायतें पहुंची, लेकिन प्रभारियों की किस्मत अच्छी रही। देहात के थानों में तो मनमानी का रिकार्ड ही टूटा। घूस लेते वीडियो वायरल हुए तो खनन के मामलों में पुलिस पर सवाल उठे। शुआट्स मामले में कार्रवाई को लेकर नैनी इंस्पेक्टर पर अब सवाल उठ रहे हैं। अफसरों ने फटकार भी लगाई। थरवई, सोरांव, घूरपुर, नवाबगंज, शंकरगढ़, कोरांव, लालापुर के लोग भी बदलाव का इंतजार ही करते रह गए।
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