Ibn24x7news रिपोटर ललन कुमार निराला
मरौना प्रखंड कार्यालय परिसर में गुरुवार को लोक शिक्षा समिति सुपौल जिला सांस्कृतिक कला जत्था लक्ष्मी बाई टीम के तत्वधान में वाल विवाह व दहेज मुक्त समाज बनाने को लेकर नुकड़ नाटक का आयोजन किया गया।नाटक के माध्यम से लोगो को जागरूक किया गया की लड़की की शादी18 वर्ष से कम व लड़का की शादी 21 वर्ष से कम में करना क़ानूनी अपराध है।शादी से दहेज हटाए, बहू नही बेटी घर लाए।दहेज लेना एवं देना दोनों अपराध है।इसके लिए छः माह का कारावास व पाचं हजार रूपये जुर्माना अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है।पैसे से खुशियाँ नही खरीदी जाती ,रिश्ते प्यार से जुड़ते है। काला जत्था के कलाकार जय कृष्ण कुमार,बिन्देश्वरी यादव,परमानंद कुमार,बलराम कुमार,प्रतिमा कुमारी,पूर्णिमा कुमारी,धानो देवी,पूनम देबी,ऋतिका कुमारी,रानी कुमारी,प्रमोद चौधरी, के द्वारा रंग बिरंगे गीत गा कर दर्शको का मन मोह लिया ।तालियों के गर गराहट से दर्शको ने इन कलाकारों का स्वागत किया।नुकड़ नाटक बिटिया बहादुर के माध्यम से दिखाया गया की कई परिवारो में बेटी का जन्म होने पर मातम जैसा माहौल होता है। प्रायः देखा गया है की बेटे के आस में लोगो ने दर्जनों लड़की पैदा करते है।लेकिन बदलते हुए परिवेश में लड़को से कही आगे लड़कियां निकल रही है।लड़कियो ने नाटक के माध्यम से न केवल समाज को आयना दिखाया बल्की दहेज प्रथा व वाल विवाह के खिलाफ जोरदार प्रहार भी किया।मंच का संचालन व काला जत्था के जिला निर्देशक राजेन्द्र प्रसाद साह ने किया मोके पर केआरपी राम प्रकाश यादव,लक्ष्मी देवी,लक्ष्मी कुमार मंडल,नूरजहाँ खातुन,अन्य कर्मी मौजूद थे।
मरौना प्रखंड कार्यालय परिसर में गुरुवार को लोक शिक्षा समिति सुपौल जिला सांस्कृतिक कला जत्था लक्ष्मी बाई टीम के तत्वधान में वाल विवाह व दहेज मुक्त समाज बनाने को लेकर नुकड़ नाटक का आयोजन किया गया।नाटक के माध्यम से लोगो को जागरूक किया गया की लड़की की शादी18 वर्ष से कम व लड़का की शादी 21 वर्ष से कम में करना क़ानूनी अपराध है।शादी से दहेज हटाए, बहू नही बेटी घर लाए।दहेज लेना एवं देना दोनों अपराध है।इसके लिए छः माह का कारावास व पाचं हजार रूपये जुर्माना अथवा दोनों से दण्डित किया जा सकता है।पैसे से खुशियाँ नही खरीदी जाती ,रिश्ते प्यार से जुड़ते है। काला जत्था के कलाकार जय कृष्ण कुमार,बिन्देश्वरी यादव,परमानंद कुमार,बलराम कुमार,प्रतिमा कुमारी,पूर्णिमा कुमारी,धानो देवी,पूनम देबी,ऋतिका कुमारी,रानी कुमारी,प्रमोद चौधरी, के द्वारा रंग बिरंगे गीत गा कर दर्शको का मन मोह लिया ।तालियों के गर गराहट से दर्शको ने इन कलाकारों का स्वागत किया।नुकड़ नाटक बिटिया बहादुर के माध्यम से दिखाया गया की कई परिवारो में बेटी का जन्म होने पर मातम जैसा माहौल होता है। प्रायः देखा गया है की बेटे के आस में लोगो ने दर्जनों लड़की पैदा करते है।लेकिन बदलते हुए परिवेश में लड़को से कही आगे लड़कियां निकल रही है।लड़कियो ने नाटक के माध्यम से न केवल समाज को आयना दिखाया बल्की दहेज प्रथा व वाल विवाह के खिलाफ जोरदार प्रहार भी किया।मंच का संचालन व काला जत्था के जिला निर्देशक राजेन्द्र प्रसाद साह ने किया मोके पर केआरपी राम प्रकाश यादव,लक्ष्मी देवी,लक्ष्मी कुमार मंडल,नूरजहाँ खातुन,अन्य कर्मी मौजूद थे।
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