IBN24×7Newsविजय कुमार शर्मा बिहार----------------------
मोतिहारी। जिले का सदर अस्पताल इन दिनों अपनी बदहाली के लिए मशहूर है। यहां इलाज के नाम पर मरीजों को मौत मिलती है। कुव्यवस्था के लिए कुख्यात हो चुके इस अस्पताल में बुधवार को समुचित इलाज के अभाव में तीन मरीजों की मौत हो गई है। जिस में मिडिल स्कूल, झखिया की एक शिक्षिका किरण कुमारी भी शामिल हैं, किरण बंजरिया के गोखुला गांव की निवासी थी।
किरण के परिजनों का आरोप हैं कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद रात मे अचानक तबियत बिगड़ने लगी। तबीयत बिगड़ने पर परिजन स्वास्थ्यकर्मियों को खोजने लगे लेकिन वहां न डाक्टर न ही नर्सों का कोइ अता पता था, एबुंलेंस भी नहीं थी। इस बीच ईलाज के अभाव मे महिला ने दम तोड़ दिया। समय पर डाक्टर उपस्थित होते तो शिक्षिका किरण की जान बच सकती थी।
स्वास्थ्यकर्मियों की कर्रतव्यहीनता ने महिला की जानकारी ले ली। लापरवाही के कारण हुई इस मौत के बाद मरीजों के परिजनों ने लाशो को होस्पीटल गेट पर रख जमकर हंगामा एवं रोड जाम कर डी.एम को बुलाने का मांग कर रहे थे । उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीज को जानबूझकर देखा नहीं जाता है, इलाज में पूरी लापरवाही बरती जा रही है।
यहां बता दें कि सीएम की विकास यात्रा के दौरान प्रधान सचिव आरके महाजन ने अस्पताल का निरीक्षण किया था और उनसे भीऋ क्लीन चिट लिया गया था।
मोतिहारी। जिले का सदर अस्पताल इन दिनों अपनी बदहाली के लिए मशहूर है। यहां इलाज के नाम पर मरीजों को मौत मिलती है। कुव्यवस्था के लिए कुख्यात हो चुके इस अस्पताल में बुधवार को समुचित इलाज के अभाव में तीन मरीजों की मौत हो गई है। जिस में मिडिल स्कूल, झखिया की एक शिक्षिका किरण कुमारी भी शामिल हैं, किरण बंजरिया के गोखुला गांव की निवासी थी।
किरण के परिजनों का आरोप हैं कि नॉर्मल डिलीवरी के बाद रात मे अचानक तबियत बिगड़ने लगी। तबीयत बिगड़ने पर परिजन स्वास्थ्यकर्मियों को खोजने लगे लेकिन वहां न डाक्टर न ही नर्सों का कोइ अता पता था, एबुंलेंस भी नहीं थी। इस बीच ईलाज के अभाव मे महिला ने दम तोड़ दिया। समय पर डाक्टर उपस्थित होते तो शिक्षिका किरण की जान बच सकती थी।
स्वास्थ्यकर्मियों की कर्रतव्यहीनता ने महिला की जानकारी ले ली। लापरवाही के कारण हुई इस मौत के बाद मरीजों के परिजनों ने लाशो को होस्पीटल गेट पर रख जमकर हंगामा एवं रोड जाम कर डी.एम को बुलाने का मांग कर रहे थे । उन्होंने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीज को जानबूझकर देखा नहीं जाता है, इलाज में पूरी लापरवाही बरती जा रही है।
यहां बता दें कि सीएम की विकास यात्रा के दौरान प्रधान सचिव आरके महाजन ने अस्पताल का निरीक्षण किया था और उनसे भीऋ क्लीन चिट लिया गया था।
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