संवाददाता-मो0 आलम शेख IBN24x7 News भेलसर फैजाबाद
भेलसर फैजाबाद - ब्लाक मुख्यालय मवई के समीप स्थित सीएचसी मवई ईमें सुविधाएं न मिलने से मरीज परेशान है।
सरकार द्दारा करोडों रुपये खर्च कर पीएचसी से सीएचसी में तब्दील हुए इस अस्पताल में अब संसाधनों का टोटा है।कहने को तो सीएचसी है पर सर्दी जुखाम बुखार के अलावा यहां अन्य सेवाएं हेतु क्षेत्र के मरीजों को रुदौली सीएचसी व जिला अस्पताल तक का सफर तय करना पड़ता है।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ पर तैनात एक मात्र महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना वर्मा आए दिन गायब रहती हैं।कभी कभार आती भी है तो रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनाकर चली जाती हैं।
वहीं पर मंगलवार को अस्पताल पर सैमसी गांव से नशबंदी का टांका कटवाने आई एक महिला सुनीता राजपूत काफी देर तक महिला डॉक्टर का इंतजार करती रही।
और फिर वापस चली गई।प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मवई अखिलेश उपाध्याय ने महिला डॉक्टर के आये दिन अनुपस्थित होने की बात स्वीकारते हुए बताया कि स्टॉफ व संसाधनों की काफी कमी है जिससे अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
भेलसर फैजाबाद - ब्लाक मुख्यालय मवई के समीप स्थित सीएचसी मवई ईमें सुविधाएं न मिलने से मरीज परेशान है।
सरकार द्दारा करोडों रुपये खर्च कर पीएचसी से सीएचसी में तब्दील हुए इस अस्पताल में अब संसाधनों का टोटा है।कहने को तो सीएचसी है पर सर्दी जुखाम बुखार के अलावा यहां अन्य सेवाएं हेतु क्षेत्र के मरीजों को रुदौली सीएचसी व जिला अस्पताल तक का सफर तय करना पड़ता है।
वहीं ग्रामीणों ने बताया कि यहाँ पर तैनात एक मात्र महिला चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चना वर्मा आए दिन गायब रहती हैं।कभी कभार आती भी है तो रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनाकर चली जाती हैं।
वहीं पर मंगलवार को अस्पताल पर सैमसी गांव से नशबंदी का टांका कटवाने आई एक महिला सुनीता राजपूत काफी देर तक महिला डॉक्टर का इंतजार करती रही।
और फिर वापस चली गई।प्रभारी चिकित्सा अधिकारी मवई अखिलेश उपाध्याय ने महिला डॉक्टर के आये दिन अनुपस्थित होने की बात स्वीकारते हुए बताया कि स्टॉफ व संसाधनों की काफी कमी है जिससे अधिकारियों को अवगत कराया गया है।
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