रिपोटर ,ललन कुमार निराला ibn24x7news
निर्मली (सुपौल) - मुख्यालय स्थित नगर भवन में गुरूवार को प्रारंभिक बाल्यावस्थ्सा की देखभाल तथा शिक्षा को लेकर अनुमंडल स्तरीय छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह अवर निर्वाचन पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया किया। कार्यशाला में निर्मली व मरौना प्रखंड के आंगनबाड़ी सेविकायें उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीडीपीओ श्री सिंह ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के उम्र के अनुसार किये जाने वाले उचित देखभाल एवं शिक्षा के अच्छे आदतों से अवगत कराना है। साथ ही ऐसे अवसरों को
प्रदान करना जिसमें अभिभावक एवं समुदाय सक्रिय रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों को बेहतर बनाने के लिये अपनी शारीरिक एवं सामग्री संबंधी मदद दे सके।
कहा कि सभी आंगनबाड़ी सेविका इस छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ उठाकर अपने केन्द्रों पर पोषक क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा व व्यवहारिक शैली सीखा कर उन्हें उचित मार्गदर्शन देना सुनिश्चित करें। कहा कि सेविका व अभिभावकों के बीच संवाद होना चाहिये ताकि बच्चों का मूल्यांकन हो तथा उन्हें इसकी जानकारी मिल सके। मौके पर एलएस रंजू कुमारी, दीपा कुमारी, शांति कुमारी पांडे, रंजीता कुमारी सहित अनुमंडल क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविकायें उपस्थित थे।
निर्मली (सुपौल) - मुख्यालय स्थित नगर भवन में गुरूवार को प्रारंभिक बाल्यावस्थ्सा की देखभाल तथा शिक्षा को लेकर अनुमंडल स्तरीय छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ बाल विकास परियोजना पदाधिकारी सह अवर निर्वाचन पदाधिकारी संतोष कुमार सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया किया। कार्यशाला में निर्मली व मरौना प्रखंड के आंगनबाड़ी सेविकायें उपस्थित थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए सीडीपीओ श्री सिंह ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के उम्र के अनुसार किये जाने वाले उचित देखभाल एवं शिक्षा के अच्छे आदतों से अवगत कराना है। साथ ही ऐसे अवसरों को
प्रदान करना जिसमें अभिभावक एवं समुदाय सक्रिय रूप से आंगनबाड़ी केन्द्रों को बेहतर बनाने के लिये अपनी शारीरिक एवं सामग्री संबंधी मदद दे सके।
कहा कि सभी आंगनबाड़ी सेविका इस छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का लाभ उठाकर अपने केन्द्रों पर पोषक क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा व व्यवहारिक शैली सीखा कर उन्हें उचित मार्गदर्शन देना सुनिश्चित करें। कहा कि सेविका व अभिभावकों के बीच संवाद होना चाहिये ताकि बच्चों का मूल्यांकन हो तथा उन्हें इसकी जानकारी मिल सके। मौके पर एलएस रंजू कुमारी, दीपा कुमारी, शांति कुमारी पांडे, रंजीता कुमारी सहित अनुमंडल क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविकायें उपस्थित थे।
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