संवाददाता-मो0 आलम के साथ आफताब शेख की रिपोर्ट
Ibn24x7news
भेलसर फैज़ाबाद-गांधी जयंती के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन आज मान्यता प्राप्त मीडिया समिति के भेलसर कार्यालय पर किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 मो0 मुस्लिम व संचालन वरिष्ठ उपाधयक्ष अब्दुल वहीद ने किया समिति के अध्यक्ष शेख आफताब एडवोकेट ने कहा कि गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे गांधी जी ने स्वदेशी का नारा दिया लेकिन कितने लोग स्वदेशी पर कायम है इसका जीता जागता सुबूत अधिकतर लोगों की जेबों मे मोबाईल फोन
विदेशी ही है गांधी जी बहुत बडे पत्रकार भी थे जो सत्य लिखते थे आज हम सब पत्रकार साथियों को भी चाहिए लिखने के लिए जबभी कलम उठे तो सत्य ही लिखें मजलूमों को न्याय दिलाने की बात हो या शिक्षा की अथवा महिला उत्पीडन की जब भी कलम उठे तो उसमे सिर्फ और सिर्फ सच की ज्वाला धधकती हुई नजर आए। गोष्ठी मे बोलते हुए डा0 मो0 मुस्लिम ने कहा कि जब भी दो अक्तूबर की तारीख आती है सभी लोग महात्मा गांधी को याद करते है उसके बाद न तो देश की जनता गांधी जी के
उसूलों पर चलती है न ही हमारे देश का प्रशासन चलता है। समिति के महासचिव एखलाक अहमद खान ने कहा कि भारत देश के निर्माण मे गांधी जी का बहुत बडा योगदान है गांधी जयंती तो हर वर्ष मनाई जाती है लेकिन गांधीजी के उसूलो और आदर्शों को पीछे छोड दिया जाता है गांधी का कथन था कि पाप से घृणा करो पापी से नही। समिति के संगठन मन्त्री निहाल अहमद खान ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए काहा कि गांधीजी के तीन बंदर थे ।उनका कहना था गलत न बोलो , गलत न सुनो ,गलत न देखो हम सबको गांधीजी के बाताए हुए रास्ते पर चलकर ही कामयाबी मिल सकती है। लोकतंत्र की पवन के सपादक रामराज ने कहा कि गांधी ने देश को आजाद कराने मे शस्र्त्र के बजाय सत्य का प्रयोग किया अपना हक मांगने वाले लोग जब धरना प्रदर्शन करते है जो कि अहिंसावादी होते है लेकिन पुलिस हिंसावादी बनकर उनपर लाठिया चार्ज कर देती है जबकि ऐसा नही होना चाहिए । मीडिया समिति के विधिक सलाहकार अब्दुल जब्बार एडवोकेट ने कहा कि गांधी जी के साथ साथ आज सम्पूर्ण देश लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती मना रहा है देश को आजादी दिलाने गांधीजी का बहुत बडा योगदान है गांधीजी हिंसावादी नही बल्कि अहिंसावादी थे हिंसावादी दौर मे गांधीजी ने अहिंसावादी उसूल अपनाया जो हम लोगों के लिए प्ररणादायक है। पत्रकार अजय गुप्ता ने अपने सम्बोधन मे कहा कि गांधजी सत्य निष्ठा कर्तब्य अहिंसा के पुजारी थे गांधीजी के बताए हुए रास्ते पर मीडिया साथियों को चलना चाहिए। समिति के कोषाअध्यक्ष डा0 मो0 शब्बीर ने कहा कि मीडिया को सत्य उजागर करना चाहिए जिसे गांधीजी ने अपनाकर देश आजाद कराया समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्दुल वहीद ने कहा कि गांधीजी एक शख्श नही बल्कि एक शख्शियत थे आज उनके आदर्शों और वसूलों पर चलने की हम सभी को जरूरत है। समिति के महामन्त्री शेख मो0 अरसलान ने कहा कि गांधीजी की वाणी पर हम सभी लोगों को अमल करना चाहिए और इस अमल से देश मे हिंसा का नाम समाप्त हो सकता है लेकिन बाते लोग बडी बडी करते लेकिन अमल नाम मात्र लोग करते है बैठक को सम्बोधित करने वालों मे मुख्य रुप से मो0 आलम ,मुनीर अहमद अंसारी, सतीश कुमार यादव, सहित दर्जनों लोग शामिल रहे ।
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भेलसर फैज़ाबाद-गांधी जयंती के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन आज मान्यता प्राप्त मीडिया समिति के भेलसर कार्यालय पर किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता डा0 मो0 मुस्लिम व संचालन वरिष्ठ उपाधयक्ष अब्दुल वहीद ने किया समिति के अध्यक्ष शेख आफताब एडवोकेट ने कहा कि गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे गांधी जी ने स्वदेशी का नारा दिया लेकिन कितने लोग स्वदेशी पर कायम है इसका जीता जागता सुबूत अधिकतर लोगों की जेबों मे मोबाईल फोन
विदेशी ही है गांधी जी बहुत बडे पत्रकार भी थे जो सत्य लिखते थे आज हम सब पत्रकार साथियों को भी चाहिए लिखने के लिए जबभी कलम उठे तो सत्य ही लिखें मजलूमों को न्याय दिलाने की बात हो या शिक्षा की अथवा महिला उत्पीडन की जब भी कलम उठे तो उसमे सिर्फ और सिर्फ सच की ज्वाला धधकती हुई नजर आए। गोष्ठी मे बोलते हुए डा0 मो0 मुस्लिम ने कहा कि जब भी दो अक्तूबर की तारीख आती है सभी लोग महात्मा गांधी को याद करते है उसके बाद न तो देश की जनता गांधी जी के
उसूलों पर चलती है न ही हमारे देश का प्रशासन चलता है। समिति के महासचिव एखलाक अहमद खान ने कहा कि भारत देश के निर्माण मे गांधी जी का बहुत बडा योगदान है गांधी जयंती तो हर वर्ष मनाई जाती है लेकिन गांधीजी के उसूलो और आदर्शों को पीछे छोड दिया जाता है गांधी का कथन था कि पाप से घृणा करो पापी से नही। समिति के संगठन मन्त्री निहाल अहमद खान ने गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए काहा कि गांधीजी के तीन बंदर थे ।उनका कहना था गलत न बोलो , गलत न सुनो ,गलत न देखो हम सबको गांधीजी के बाताए हुए रास्ते पर चलकर ही कामयाबी मिल सकती है। लोकतंत्र की पवन के सपादक रामराज ने कहा कि गांधी ने देश को आजाद कराने मे शस्र्त्र के बजाय सत्य का प्रयोग किया अपना हक मांगने वाले लोग जब धरना प्रदर्शन करते है जो कि अहिंसावादी होते है लेकिन पुलिस हिंसावादी बनकर उनपर लाठिया चार्ज कर देती है जबकि ऐसा नही होना चाहिए । मीडिया समिति के विधिक सलाहकार अब्दुल जब्बार एडवोकेट ने कहा कि गांधी जी के साथ साथ आज सम्पूर्ण देश लाल बहादुर शास्त्री की भी जयंती मना रहा है देश को आजादी दिलाने गांधीजी का बहुत बडा योगदान है गांधीजी हिंसावादी नही बल्कि अहिंसावादी थे हिंसावादी दौर मे गांधीजी ने अहिंसावादी उसूल अपनाया जो हम लोगों के लिए प्ररणादायक है। पत्रकार अजय गुप्ता ने अपने सम्बोधन मे कहा कि गांधजी सत्य निष्ठा कर्तब्य अहिंसा के पुजारी थे गांधीजी के बताए हुए रास्ते पर मीडिया साथियों को चलना चाहिए। समिति के कोषाअध्यक्ष डा0 मो0 शब्बीर ने कहा कि मीडिया को सत्य उजागर करना चाहिए जिसे गांधीजी ने अपनाकर देश आजाद कराया समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अब्दुल वहीद ने कहा कि गांधीजी एक शख्श नही बल्कि एक शख्शियत थे आज उनके आदर्शों और वसूलों पर चलने की हम सभी को जरूरत है। समिति के महामन्त्री शेख मो0 अरसलान ने कहा कि गांधीजी की वाणी पर हम सभी लोगों को अमल करना चाहिए और इस अमल से देश मे हिंसा का नाम समाप्त हो सकता है लेकिन बाते लोग बडी बडी करते लेकिन अमल नाम मात्र लोग करते है बैठक को सम्बोधित करने वालों मे मुख्य रुप से मो0 आलम ,मुनीर अहमद अंसारी, सतीश कुमार यादव, सहित दर्जनों लोग शामिल रहे ।
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