गाजीपुर: सावधान आप शहर में है और सिटी रेलवे स्टेशन के आस-पास या परिसर में है तो कभी भी आपके हाथ पैर टूट सकते है जान भी जा सकती है। तीस से अधिक लोग इस आंतक की चपेट में आकर अस्पतालों की हवा खा चुके है। तीन की जान जा चुकी है। आधा दर्जन लोग अभी अस्पतालों में है जो जिन्दगी से जूझ रहे है। इस समस्या को लेकर न तो जी0आर0पी0 गौर कर रही है न ही आर0पी0एफ0, रेल प्रशासन के साथ-साथ इसकी चपेट में आये स्थानीय लोग भी सजग रहने की सलाह देने के अलावा अपनी अक्षमता बताते नजर आते हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले सात महीनों से रेलवे स्टेशन के इलाके में सफेद और काले छीटों वाले एक चितकबरे सांड़ ने आतंक फैला रखा है। सांड़ की मनमानी इस कदर है कि भीड़ से हटाने वाले या उसे बाहर निकालने का प्रयास करने वाले हाथ पैर तुड़वा लेते हैं। सब्जी के दुकानदार, फल के दुकानदार हाथो में सब्जिया लेने वाले स्थानीय लोग व महिलाओं के पास से अपना चारा छीनने का प्रयास करने वाले इस साड़ का विरोध हर विरोधी को भारी पड़ा हैं।
साड़ अपने हिसाब से रैलबसेरे से लगायत रेलवे स्टेशन के बगल में खाली पड़े हुए प्लेटफार्म, मुख्य गेट, मालगोदाम रोड के आस-पास घूमता रहता हैं। इसे किसी भी कही से हाका लगाने या भगाने के लिये जरा भी बल प्रयोग किया तो उसके भगवान ही मालिक हैं।
इस समस्या को लेकर इस इलाके में रहने वाले लोग रेलवे स्टेशन के पार्को में टहलने वाले लोग सजगता बरतने के अलावा कुछ नही कर पा रहे हैं। इस इलाके में जी0आर0पी0 व रेलवे पुलिस के साथ-साथ कोतवाली पुलिस व 100 नम्बर की गाड़ी आये दिन घूमती रहती है लेकिन इस समस्या को लेकर किसी ने पहल करने की जरूरत नही समझी।
कुछ सप्ताह पूर्व ही इसी इलाके के ओमनरायण राय की हड्डिया इस साड़ के हमले से टूट गयी जो लम्बा इलाज करा इस समय घर आ गये। स्थानीय लोगो ने पालिका प्रशासन के साथ-साथ जिलाधिकारी व रेलवे स्टेशन इलाके को बेहतर कराने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले पूर्व सांसद व मनोज सिन्हा से भी अपील की है कि इस आंतक से इलाके को मुक्त कराया जाय।
रिपोर्ट राकेश पाण्डेय ibn24x7news ग़ाज़ीपुर
No comments:
Post a Comment