ग्राम पंचायत हाडा बसहरी में अति प्राचीन तालाब रियासत के जमाने से बना था जिसका गाटा संख्या- 296हे0 अर्थात लगभग 32 बीघा है जो कि राजस्व अभिलेख में अकृषिक (सरकारी जमीन) भूमि दर्ज है उक्त भूमि पर जल संरक्षण के तहत शासन द्वारा तालाब का सौंदर्यीकरण एवं पार्क का निर्माण कार्य करवाया जा रहा था और तालाब के चारों तरफ पिलर लगाकर कटीले तारों से घिरवाया गया तथा पूरब की तरफ मुख्य प्रवेश द्वार तथा पश्चिमी की तरफ एक प्रवेश द्वार बनाया गया था |
मुख्य गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस उद्दान पार्क लिखाया जाना था चेहल्लुम के दिन 1-बबलू पुत्र उस्मान 2-अब्दुल गनी पुत्र उस्मान 3-लायक अली पुत्र गौहर अली 4-सगीर पुत्र तूफेल 5-वसी पुत्र सगीर 6-सब्बू पुत्र फैयाज हुसैन निवासी-हकीम पुरवा (हाडा बसहरी) एवं 7-मुराद पुत्र शेरा निवासी ग्राम अगैया तथा 8-रफीक पुत्र चुनमुन खान 9-कयूम पुत्र चुनमुन खान निवासी ग्राम बरगदवा इन्हीं नौ व्यक्तियों के नेतृत्व में लगभग सैकड़ों उन्मादी लोग मुख्य गेट के ऊपरी हिस्से को तोड़कर सरकारी जमीन पर ताजिया दफन कर दिया गया है और काफी जगह पर झंडे आदि लगा दिया है श्रीमान जी के संज्ञान में लाना है कि राजस्व अभिलेख खतौनी खसरा में कहीं भी ताजिया दफन होना दर्ज नहीं है उक्त कीमती जमीन हड़पने के उद्देश्य से इन लोगों द्वारा कुचक्र रचा जा रहा है तथा तालाब का सौंदर्यीकरण का कार्य बंद करवा दिया गया है
रिपोर्टर आलोक कुमार मिश्रा ibn24×7news
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